इस भारतीय टीम में कई भविष्य के सितारे हैं
पोचेफस्ट्रोम: करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के लिए आज का दिन खास है. दक्षिण अफ्रीका के पोचेफस्ट्रोम में अंडर-19 वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup fianl) फाइनल में नजरें भारत और बांग्लादेश (IND vs BAN)मुकाबले पर लगी हैं. न केवल खिताब के लिहाज से, बल्क भविष्य के सुपरस्टारों के खेल को परखने के भी लिहाज से. जाहिर है कि भारतीय टीम फाइनल में खिताब बचाने के लिए उतरी है. फाइनल में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर भारत को बल्ला थमाया है. और इसी के साथ ही शुरू हो गया वह बड़ा सवाल कि क्या ये अंडर-19 टीम चली आ रही परिपाटी को तोड़ पाएगी.
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आपको बता दें कि साल 1988 में शुरू हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप आयोजन अभी तक कुल 12 बार हो चुका है. और इसमें से भारत ने चार बार खिताब अपनी झोली में डाला. साल 2000 में मोहम्म्मद कैफ की कप्तानी में पहली बार भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था. इसके बाद साल 2008 में विराट की कप्तानी में, फिर 2012 में उन्मुक्त चंद और फिर 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारत ने वर्ल्ड कप जीता. और मोहम्मद कैफ से लेकर पृथ्वी शॉ तक कई खिलाड़ियों ने अंडर-19 वर्ल्ड कप से लेकर सीनियर टीम इंडिया में दस्तक दी.
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बहरहाल, हम उस परंपरा पर लौटते हैं, जो प्रियंक गर्ग की कप्तानी वाली टीम के लिए चैलेंज है. और यह परंपरा शुरू हुई थी साल 2008 से, जब भारत ने विराट की कप्तानी में फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर वर्ल्ड कप जीता था. इसके बाद 2010 में ऑस्ट्रेलिया ने जीता. और यहां से वह हुआ, जो अभी तक नहीं हुआ. मतलब है कि साल 2010 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया आखिरी बार ऐसी टीम रही, जिसने पहले बैटिंग करते हुए वर्ल्ड कप जीता. और आज भारतीय जूनियरों के सामने इस बन चुकी परंपरा को तोड़ने की चुनौती है
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टीम इंडिया यहां पोचेफस्ट्रोम में पहले बैटिंग कर रही है. और सवाल यही है कि क्या आज भारत पहले बैटिंग करते हुए वर्ल्ड कप जीत पाएगा.