दक्षिण अफ्रीकी विकेट गिरने पर विराट कोहली का अंदाज
खास बातें
- सबसे बुरे हाल में विंडीज दूसरे नंबर पर
- तीसरे नंबर पर फिर से दक्षिण अफ्रीकी!
- जिंबाब्वे व ऑस्ट्रेलिया को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट का तीसरा दिन बुरी तरह बारिश से धुलने के बाद किसी ने भी नहीं सोचा था कि मैच कुछ इस तरह तेजी से करवट लेगा. चौथे दिन भारतीय सीमरों का बुरी तरह कहर मेजबान बल्लेबाजों पर टूटा. और एक समय बड़ी बढ़त लेती दिखाई दे रही दक्षिण अफ्रीकी टीम दूसरी पारी में समय से बहुत पहले ही धरायशायी हो गई. और यह एक लिहाज से किसी टीम का भारत के खिलाफ सबसे बुरा हाल रहा. वास्तव में मेजबान क्रिकेटप्रेमी अपनी टीम के इस सबसे बुरे हाल पर बहुत ही ज्यादा दुखी होंगे.
बता दें भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में साल 2012 में 155 रन के अंतर से सजा दी धी. वहीं जिंबाब्वे को भी भारत ने साल 1998 में हरारे में 155 रन के अंतर से सबसे बुरा हाल किया. साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका टीम का भारत ने डरबन में 152 रन के अंतर से सबसे बुरा हाल किया.लेकिन इस प्रदर्शन के बाद जो केपटाउन में हुआ, उसके बारे में तो न ही लोकल मीडिया और न ही कप्तान फैफ डू प्लेसिस ने ही सोचा होगा कि टेस्ट के चौथे दिन उनके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा.
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वेस्टइंडीज का भी इस खास पहलू से भारत ने बहुत बुरा हाल किया. यह साल था 1971, जब विंडीज टीम किंगस्टन में 144 रन के अंतर से उम्मीदों से बहुत पहले ही सिमट गई थी. और अब केपटाउन में दक्षिण अफ्रीकियों ने इन तमाम पिछले रिकॉर्डों पर पानी फेरते हुए खुद को अनचाहे रिकॉर्ड की टॉप पायदान पर विराजमान कर लिया. लेकिन अब भारत के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका अपनी धरती पर बिना किसी नुकसान के पचास रन बनाकर सबसे कम स्कोर पर आउट होने वाली नंबर-1 टीम बन गई.
VIDEO : भारत में हुई प्रैस कॉन्फ्रैंस में विराट कोहली.
समग्र रूप से बात करें, तो 0/50 के बाद विंडीज 144 रन के अंतर पर सिमटने पर दूसरे स्थान पर रही, लेकिन केपटाउन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीकी टीम का यह अंतर 78 रन रहा. उसका पहला विकेट 52 के योग पर गिरा था, लेकिन इसके बाद उसकी पारी 130 पर सिमट गई.