खास बातें
- यह है कोहली का दम!
- इस बार साझीदार बने फैफ डु प्लेसिस
- पहला रिकॉर्ड बनने में लग गए 42 साल
नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली को अगर विराट रिकॉर्ड कोहली कह दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा.मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में शुरू हुई सीरीज के पहले ही मैच में उनके बल्ले से रिकॉर्डों की बरसात शुरू हो गई है. डरबन में एक स्पेशल रिकॉर्ड वनडे के इतिहास में चौथी बार बना. लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इन चार में से तीन मौकों पर विराट कोहली ने अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है.
आपको बता दें कि वनडे क्रिकेट शुरू होने के करीब 43 साल बाद पहली बार साल 2013 में इंग्लैंड के इयोन मॉर्गन और ऑयरलैंड के पोर्टरफील्डर ने पहली बार इस कारनामे को अंजाम दिया था, तो दूसरी पार विराट कोहली और और बांग्लादेशी मुश्फिकुर रहीम फातुल्लाह (बांग्लादेश) में साल 2014 में इस रिकॉर्ड का हिस्सा बने. तीसरी बार जब यह रिकॉर्ड बना, तब भी विराट कोहली ही इसके साझीदार थे. तब विराट कोहली ने साल 2014 में श्रीलंकाई एंजेलो मैथ्यूज के साथ मिलकर इस स्पेशल रिकॉर्ड को अपनी झोली में डाला था. तब उन्होंने दूसरी बार इस कारनामे को अंजाम दिया था.
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अब जब डरबन में एक बार फिर से यह स्पेशल रिकॉर्ड सिर्फ चौथी बार बना, तो इस बार भी विराट कोहली ने बाजी मारी. और इस बार उनके साझीदार बने दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फैफ डु प्लेसिस. ध्यान दिला दें कि डरबन में जहां फैफ डु प्लेसिस ने 120 रन की पारी खेली, तो विराट कोहली ने 112 रन बनाए थे.
VIDEO : सेंचुरियन में शतक बनाने के बाद विराट कोहली.
वास्तव में वनडे इतिहास में यह सिर्फ चौथा ही मौका रहा, जब किसी मैच में दोनों कप्तानों ने शतक जड़े, लेकिन विराट का जलवा देखिए कि इन चार में से तीन मौकों पर वह अपना झंडा गाड़ने में कामयाब रहे.