यह ख़बर 01 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

ट्वेंटी-20 विश्व कप : भारत की जोरदार जीत से बनेगी बात

खास बातें

  • भारतीय क्रिकेट टीम ट्वेंटी-20 विश्व कप के अंतर्गत मंगलवार को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जाने वाले सुपर-8 के ग्रुप-'दो' के अपने अंतिम मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी।
कोलम्बो:

भारतीय क्रिकेट टीम ट्वेंटी-20 विश्व कप के अंतर्गत मंगलवार को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जाने वाले सुपर-8 के ग्रुप-'दो' के अपने अंतिम मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी। वर्ष 2007 की चैम्पियन भारतीय टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दक्षिण अफ्रीका को हर हाल में हराना ही होगा। यही नहीं, उसकी जीत प्रभावशाली होनी चाहिए, जिससे कि उसका नेट रन रेट पाकिस्तान से बेहतर हो सके।

भारत को सुपर-8 के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि दूसरे मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को आठ विकेट से हराया था। दक्षिण अफ्रीकी टीम सुपर-8 में अब तक दो मैच खेली है और दोनों में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

ऑस्ट्रेलिया सबसे बेहतर नेट रन रेट और चार अंकों के साथ सेमीफाइनल के बेहद करीब है। पाकिस्तान दो अंकों के साथ भारत से बेहतर नेट रन रेट के आधार पर दूसरे क्रम पर है। भारत तीसरे और दक्षिण अफ्रीका चौथे क्रम पर है।

भारत की पहली नजर पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले ग्रुप-2 के अंतिम मुकाबले पर भी रहेगी। यह मैच यदि ऑस्ट्रेलिया जीत जाता है तो भारतीय टीम के लिए सेमीफाइनल की राह आसान हो जाएगी। इस सूरत में दक्षिण अफ्रीका को हराने मात्र से वह सेमीफाइनल में जगह बना लेगी। यदि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका से हार भी जाती है और उसका रन औसत पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका से बेहतर रहता है तो भी वह सेमीफाइनल में पहुंच सकती है। लेकिन पाकिस्तान अगर ऑस्ट्रेलिया को हरा देता है तो फिर भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका को हराने और वह भी इतने अंतर से कि पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले उसका नेट रन रेट बेहतर रहे, के अलावा और कोई चारा नहीं रहेगा क्योंकि पाक की जीत की स्थिति में उसके व ऑस्ट्रेलिया के चार-चार अंक हो जाएंगे और दोनों टीमों का नेट रन रेट भारत के मुकाबले बेहतर है।

पहले सुपर-8 मैच में ऑस्ट्रेलिया से हारकर भारतीय टीम ने अपनी राह में कांटे बो लिए। पाकिस्तान पर मिली जीत ने उसका काम कुछ आसान किया है लेकिन अभी उसका संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है।

दक्षिण अफ्रीकी टीम भले ही खराब दौर से गुजर रही हो लेकिन इस आधार पर उसे कमजोर नहीं आंका जा सकता। अब्राहम डिविसियर्स की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीकी टीम खिताबी दौड़ से तकनीकी रूप में बाहर नहीं हुई है।

भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उसके खिलाड़ियों ने सही मौके पर अच्छा खेल दिखाया और एक बड़ी जीत के साथ खुद को सेमीफाइनल की दौड़ में बनाए रखा लेकिन अब उसके सामने सम्भवत: पाकिस्तान को हराने से ज्यादा बड़ी चुनौती है क्योंकि उसे जीत के साथ-साथ अपना नेट रन रेट भी सुधारना होगा।

भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया था। विराट कोहली इन दिनों जबर्दस्त फॉर्म में हैं। विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 78 रन बनाए थे जबकि युवराज सिंह ने हरफनमौला प्रदर्शन किया था।

वीरेंद्र सहवाग ने छोटी लेकिन उपयोगी साझेदारी कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई थी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लक्ष्मीपति बालाजी से एक बार फिर अच्छी गेंदबाजी की उम्मीद होगी जिन्होंने पाक के खिलाफ तीन विकेट झटके थे। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी इस समय अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीकी टीम भी इस मुकाबले में जीत दर्ज करना चाहेगी। दक्षिण अफ्रीका के पास हाशिम अमला, जैक्स कैलिस, ज्यां पॉल ड्यूमिनी और डिविलियर्स जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं जो अकेले अपनी बल्लेबाजी के दम  पर मैच का परिणाम बदलने की कुव्वत रखते हैं।

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गेंदबाजी में उसके पास डेल स्टेन, मोर्कल बंधु और वायने पार्नेल के रूप में तेज आक्रमण है जबकि स्पिन के रूप में जोहान बोथा और रॉबिन पीटरसन हैं।