चेन्‍नई टेस्‍ट : कोयले जलाकर पिच सुखा रहे हैं मैदानकर्मी, अनूठे रिकॉर्ड के करीब कोहली

चेन्‍नई टेस्‍ट : कोयले जलाकर पिच सुखा रहे हैं मैदानकर्मी, अनूठे रिकॉर्ड के करीब कोहली

चेन्‍नई में पिच को सुखाते मैदानकर्मी

खास बातें

  • तूफान ‘वरदा’ से पिच और आउटफील्ड को हालांकि नुकसान नहीं पहुंचा है
  • बीसीसीआई के दक्षिण क्षेत्र के क्यूरेटर पिच की मौजूदा स्थिति से संतुष्ट है
  • कोहली के पास गावस्कर के 45 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने का अवसर है
चेन्नई:

भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्‍नई में 16 दिसंबर से होने वाले पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के लिए इस्तेमाल होने वाली पिच को सुखाने के लिए यहां मैदानकर्मियों को जलते हुए कोयले का सहारा लेते देखा गया. वहीं टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली इस मैच में एक अनूठा रिकॉर्ड बनाने के करीब हैं.

सोमवार को शहर में तबाही मचाने वाले तूफान ‘वरदा’ से संपत्ति का काफी नुकसान हुआ और यह प्रतिष्ठित स्टेडियम भी इससे नहीं बच पाया. पिच और आउटफील्ड को हालांकि नुकसान नहीं पहुंचा है. लेकिन बारिश के कारण पिच पर काफी नमी है. यही कारण है कि पिच को सुखाने के लिए जलते हुए कोयले की ट्रे को पिच पर रखने के बेहद पुराने फॉर्मूले का सहारा लिया जा रहा है. यह नमी सुखाने के लिए परखा हुआ तरीका है और जब टेस्ट मैच की शुरुआत में 48 घंटे से भी कम समय बचा है तब पिच को अधिक से अधिक सुखाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.

बीसीसीआई के दक्षिण क्षेत्र के क्यूरेटर पीआर विश्वनाथन पिच की मौजूदा स्थिति से संतुष्ट हैं. विश्वनाथन ने कहा, ‘इस मैच के लिए तैयार पिच और आउटफील्ड शानदार हालत में है. यह बराबरी के मौके देने वाला विकेट होगा लेकिन मैं यह नहीं बता सकता कि यह कैसा बर्ताव करेगा.’

टीएनसीए के सचिव काशी विश्वनाथन सारे इंतजामों का निरीक्षण कर रहे हैं जबकि संघ चीजों को सही करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि पहली गेंद फेंके जाने से पहले सभी चीजों को ठीक कर दिया जाएगा. टीएनसीए सचिव ने साथ ही कहा कि बेहतर जल निकासी प्रणाली के कारण आउटफील्ड गीला नहीं रहेगा. उन्होंने कहा, ‘एक अच्छी चीज स्टेडियम की जल निकासी प्रणाली है जो काफी अच्छी है. यह दुर्भाग्यशाली है कि पवेलियन के दूसरी तरफ अभ्‍यास पिचें तैयार नहीं की जा सकी हैं क्योंकि यह पूरी तरह से गीली थी. इसे लेकर हमें खेद है.’ उन्होंने साथ ही बताया कि जिन एयर कंडीशनर और स्टेडियम के गेट को नुकसान पहुंचा था उन्हें ठीक कर लिया गया है.

अनूठा रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर विराट कोहली
विराट कोहली को किसी एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने के सुनील गावस्कर के 45 साल से चले आ रहे भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिये 134 रन की जरूरत है और उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को उम्मीद है कि यह स्टार बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में यह उपलब्धि हासिल करने में सफल रहेगा. कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान सीरीज में अब तक चार मैचों की सात पारियों में दो शतकों की मदद से 640 रन बनाये हैं और उनका औसत 128.00 है.

गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं पर अपनी पदार्पण सीरीज में 774 रन बनाये थे. इसके बाद केवल एक बार कोई भारतीय बल्लेबाज एक सीरीज में 700 से अधिक रन बना पाया और वह स्वयं गावस्कर थे. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ही 1978-79 में घरेलू धरती पर छह मैचों में 732 रन बनाये थे. कोहली हालांकि 2014-15 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में इस जादुई आंकड़े के करीब पहुंचे थे. उन्होंने तब चार मैचों की आठ पारियों में चार शतकों की मदद से 692 रन बनाये थे. अब भारत के टेस्ट कप्तान के पास एक सीरीज में 700 से अधिक रन बनाने वाला दूसरा भारतीय और दुनिया का 24वां बल्लेबाज बनने और साथ ही गावस्कर के 45 साल पुराने रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा अवसर है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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