INDvsENG : मुंबई में जूझती रही है टीम इंडिया, स्पोर्टिंग ट्रैक से इंग्लैंड के पास रहेगा वापसी का बेहतरीन मौका...

INDvsENG : मुंबई में जूझती रही है टीम इंडिया, स्पोर्टिंग ट्रैक से इंग्लैंड के पास रहेगा वापसी का बेहतरीन मौका...

सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही इंग्लैंड टीम मुंबई में वापसी की आस लगाए है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • टीम इंडिया 5 टेस्ट की सीरीज में 2-0 से आगे है
  • राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था
  • मोहाली-विशाखापटनम में टीम इंडिया जीत गई
नई दिल्ली:

भारत VS इंग्लैंड, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सीरीज का चौथा टेस्ट ड्रॉ रहने या फिर टीम इंडिया की जीत से सीरीज भारत के नाम हो जाएगी. ऐसे में इंग्लैंड के पास जीत के अलावा सीरीज में बने रहने का कोई विकल्प नहीं है और वापसी करने के लिए उसे मुंबई से बेहतर मैदान भी नहीं मिलेगा, क्योंकि उसका रिकॉर्ड यहां शानदार रहा है, वहीं भारत ये टेस्ट नहीं हारा तो विराट कोहली की कप्तानी में लगातार 17 टेस्ट मैचों में भारत के न हारने का सिलसिला बना रहेगा. हालांकि मुंबई का विकेट टीम इंडिया के लिए बहुत ठीक नहीं रहा है.

मुंबई में खेले पिछले 2 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड ने बड़ी जीत दर्ज की है. उसने 2006 में जहां 212 रन से वहीं 2012 में 10 विकेट से जीत हासिल की थी.

यही नहीं मुंबई में इंग्लैंड का रिकॉर्ड इससे पहले भी शानदार रहा है. इंग्लैंड टीम ने वानखेड़े में कुल 7 मैचों में से 3 मैच जीते हैं, वहीं टीम इंडिया ने भी 3 मैच जीते हैं, जबकि एक मैच ड्रॉ रहा है.
ऐसे में मुकाबला बराबरी का है.

वैसे भारतीय टीम की बात करें तो मुंबई में बाकी मैदानों की तुलना में यहां दिक्कत ज़रूर पेश आई है. यहां खेले कुल 24 टेस्ट मैचों में भारत को 10 में जीत तो 7 में हार मिली है. 7 मैच ड्रॉ रहे हैं.

इसके पीछे कुछ जानकार वजह मुंबई पिच की लाल मिट्टी को मानते हैं..जो उछाल में मददगार साबित होती है. कप्तान विराट कोहली इसीलिए पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि उन्हें पिच पर घास बिल्कुल नहीं चाहिए, लेकिन इसके बावजूद अगर सोच रैंक टर्नर की है तो ऐसा होता लगता नहीं.

ख़बरों के अनुसार पिच तीसरे दिन से धीमे गेंदबाज़ों के लिए मददगार साबित होगी. पहले 2 दिन पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल रहेगी. जैसा सीरीज़ के बाक़ी टेस्ट मैचों में देखने को मिला.

2013 में सचिन तेंदुलकर के फ़ेयरवेल मैच के बाद ये मुंबई में पहला टेस्ट मैच है. और पिच के स्पोर्टिंग ट्रैक होने की बातें हैं, लेकिन पहले वर्ल्ड टी-20 और फिर रणजी मैचों को होस्ट करने से
पिच पर उसका कुछ असर पड़ेगा यह देखना होगा. इसके साथ ही ड्यू फ़ैक्टर को मुंबई टेस्ट के लिए एक बड़ी वजह बताया जा रहा है. यही वजह है कि ग्राउंड्समैन पिच को पानी नहीं दे रहे हैं.

भारतीय टीम पहले ही मुंबई पिच की उछाल से वाकिफ है और उसके लिए सहायक कोच उन्हें कुछ अलग तरह की तैयारियां करवा रहे हैं. अलग-अलग रंग की रबर की गेंदों से खिलाड़ियों को अभ्यास करवाया गया, जिसमें हर रंग की गेंद पर एक खास शॉट बल्लेबाज़ को लगाना था. यह खिलाड़ियों को मुंबई की पिच की उछाल के लिए तैयार करवाने की कोशिश थी.


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