कोहली ने करुण नायर से भी एक ओवर डलवाया लेकिन जडेजा से ज्यादा गेंदबाजी नहीं करवाई....
खास बातें
- कोहली के बल्लेबाज और गेंदबाज लगातार असफल हो रहे हैं
- विराट कोहली की कप्तानी में कई कमियां नजर आ रही हैं
- तेज गेंदबाजों से भी कम ओवर जडेजा के खाते में आए
नई दिल्ली: न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश के साथ टेस्ट सीरीज में कप्तानी के सफल दौर का लुफ्त उठा चुके विराट कोहली की कप्तानी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज में सवालों के घेरे में है. कोहली के बल्लेबाज और गेंदबाज लगातार असफल हो रहे हैं. विराट कोहली की कप्तानी में कई कमियां नजर आ रही हैं. इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में हुई वनडे सीरीज में कई जगह भी विराट कोहली उदास नजर आए थे. वो महेंद्र सिंह धोनी ने कई मौकों पर खुद कमान संभालकर मैच को अपने पक्ष में किया था.
बेंगलुरू टेस्ट में अपने गेंदबाजों का सही इस्तेमाल न कर पाने को लेकर भी विराट सवालों के दायरे में हैं. उन्होंने सबसे ज्यादा भरोसा आर. अश्विन पर किया लेकिन वहीं आज नहीं चले. विराट यहीं पर चूक कर गए कि उन्होंने सफल गेंदबाज रवींद्र जडेजा को कम ओवर दिए जबकि उन्होंने ही मैच के दूसरे दिन सबसे ज्यादा तीन विकेट झटके. यहां तक कि उनके खाते में तेज गेंदबाजों से भी कम ओवर आए.
जडेजा से करवाई सबसे कम गेंदबाजी
दूसरे दिन के पूरे खेल में तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने 23 ओवर डाले. इसमें से 6 मेडन रखते हुए कुल 39 रन खर्च किए. उन्हें एकमात्र विकेट मिचेल मार्श का मिला. उमेश यादव ने 24 ओवर की गेंदबाजी करके 57 रन दिए और केवल एक सफलता उनकी झोली में आई. आर. अश्विन ने सबसे ज्यादा 41 ओवर की गेंदबाजी की और केवल एक विकेट ही निकाल सके. यहां तक कि उन्होंने करुण नायर से भी एक ओवर डलवाया लेकिन जडेजा से उन्होंने अधिक गेंदबाजी नहीं करवाई.
कुछ इस तरह जडेजा ने झटके विकेट
दूसरे दिन की शुरुआत में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने डेविड वॉर्नर का विकेट लेकर भारत को पहली सफलता दिलाई. वॉर्नर ने 67 गेंदों का सामना करके तीन चौकों की मदद से 33 रन बनाए. बाद में रविंद्र जडेजा को आक्रमण पर लगाया. जडेजा ने उन्हें निराश नहीं किया. 8 रन के निजी स्कोर पर जडेजा ने विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथों को कैच करवा दिया. लंच के बाद लंबे अरसे तक ऑस्टेलिया ने विकेट नहीं गंवाया. लेकिन रवींद्र जडेजा ने मुश्किल बनते नजर जा रहे रेनशॉ को बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए उनकी पारी का अंत कर दिया.रेनशॉ ने 60 रन की पारी में 196 गेंदों का सामना कर पांच चौके लगाए. चायकाल के पहले जडेजा टीम के लिए एक और सफलता लेकर आए उन्होंने पीटर हैंड्सकोंब (16रन, 30 गेंदें, दो चौके) को अश्विन के हाथों कैच कराया.