टीम इंडिया का मध्यक्रम कोहली के साथ-साथ अजिंक्य रहाणे पर भी बहुत कुछ निर्भर है (फाइल फोटो)
खास बातें
- कोहली बोले, रहाणे की मेहनत की अनदेखी नहीं कर सकते
- अजिंक्य रहाणे मध्य क्रम के हमारे सबसे ठोस बल्लेबाज हैं
- फिट होने के बाद वह टीम में जगह पाने के दावेदार हैं
हैदराबाद: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार से होने वाले टेस्ट मैच में अजिंक्य रहाणे को प्लेइंग इलेवन में स्थान देने के संकेत दिए हैं. कोहली ने आज साफ किया कि करुण नायर का एक तिहरा शतक, उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के दो साल के निरंतर अच्छे प्रदर्शन पर हावी नहीं हो सकता जो पूरी तरह से फिट होने के बाद अंतिम एकादश में वापसी करेंगे. इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज रहाणे के लिए काफी अच्छी नहीं रही और उन्हें हाथ में फ्रैक्चर के बाद सीरीज के बीच से हटना पड़ा लेकिन कल से यहां बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट के लिए उनका अंतिम एकादश में चुना जाना लगभग तय है.
सेंडम की तरह तिहरे शतक के बाद भी बाहर बैठ सकते हैं नायर
पांचवें नंबर पर कौन बल्लेबाजी करेगा, इसे लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कोहली ने कहा, ‘देखिये, मुझे लगता है कि एक मैच किसी अन्य खिलाड़ी की दो साल की कड़ी मेहनत पर हावी नहीं हो सकता. आपको समझा होगा कि ‘जिंक्स’ (रहाणे को टीम के साथी इसी नाम से बुलाते हैं) ने पिछले दो साल में टीम के लिए क्या किया है. इस प्रारूप में उसका औसत लगभग 50 का है और टेस्ट प्रारूप में वह संभवत: हमारी टीम का सबसे ठोस बल्लेबाज है.’उम्मीद है कि इंग्लैंड के एंडी सेंडम के बाद युवा नायर ऐसे बल्लेबाज बनेंगे जिन्हें तिहरा शतक जड़ने के बावजूद अगले मैच की अंतिम एकादश से बाहर किया गया. सेंडम ने 1925 में 40 साल की उम्र में 325 रन बनाए और इसके बाद उन्हें कभी दोबारा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला.
कोहली बोले, नायर ने टीम में अपनी जगह पक्की की
कोहली ने हालांकि कहा कि तिहरे शतक से नायर ने टीम में जगह पक्की कर ली है जो कम बड़ी उपलब्धि नहीं है. उन्होंने कहा, ‘करुण उसकी (रहाणे की) जगह आया था और उसने जो किया वह शानदार था. जहां तक टीम का सवाल है उसने जगह पक्की कर ली है. जैसा कि मैंने कहा, आप अजिंक्य की दो साल की कड़ी मेहनत को एक मैच के आधार पर नजरअंदाज नहीं कर सकते. फिट होने पर वह टीम में वापस जगह बनाने का दावेदार है. यह मेरा नजरिया है.’कोहली ने साथ ही कहा कि चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को अभी इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि उनके पास अभी टेस्ट प्रारूप में चार स्पिनरों- रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, जयंत यादव और अमित मिश्रा का स्थापित समूह है.
टीम इंडिया की बेंच स्ट्रैंथ पर प्रसन्नता जाहिर की
भारतीय कप्तान ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को टीम से बाहर करने की वजह उसकी फिटनेस के अलावा फॉर्म ही होनी चाहिए, अन्यथा टीम में बेवजह बदलाव नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘अगर फॉर्म खराब है या किसी को कुछ हो जाता है तो ही खिलाड़ी को बदलना चाहिए. अन्यथा, शीर्ष खिलाड़ियों का समर्थन करने की जरूरत है जो लंबे समय से टीम में हैं. साथ ही आपको युवाओं को भी निखारने और स्थितियों को समझाने के लिए टीम में रखना होगा.’कोहली ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि टीम के पास पर्याप्त बेंच स्ट्रैंथ है जो चोटों की स्थिति में उसे अच्छी स्थिति में रखती है. उन्होंने कहा, ‘चोटों के कारण टीम कमजोर नहीं होनी चाहिए और बेंच स्ट्रैंथ इसमें योगदान देती है. हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं तो टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार हैं. जयंत ने शानदार प्रदर्शन किया. टी20 और एकदिवसीय मैचों में आपने चहल और केदार को अच्छा प्रदर्शन करते देख। हमारे पास ऐसे खिलाड़ियों का समूह है जो काफी अच्छी तरह जगह ले रहे हैं.’