INDvsENG: कैंसर से जीतने के बाद युवराज सिंह का 21 चौके और तीन छक्‍कों के साथ पहला जश्‍न!

INDvsENG: कैंसर से जीतने के बाद युवराज सिंह का 21 चौके और तीन छक्‍कों के साथ पहला जश्‍न!

युवराज सिंह को हालिया वर्षों में कई उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ा.

खास बातें

  • तकरीबन ढाई वर्षों बाद युवराज ने टीम में वापसी की
  • इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ बेस्‍ट स्‍कोर 139
  • वनडे में इससे पहले युवराज ने 14 शतक लगाए हैं
नई दिल्‍ली:

तकरीबन दो साल बाद भारतीय टीम में वापसी करने के बाद अपने दूसरे मैच में ही युवराज सिंह ने शानदार शतक ठोका है. उनका शतक ऐसे वक्‍त पर आया है जब भारतीय टीम शुरुआत में ही तीन विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी. युवराज की चाहे निजी जिंदगी हो या मैच, वह अक्‍सर संघर्ष के दौर में ही निखरते हैं. उन्‍होंने मैदान के बाहर कैंसर को मात दी है और उसके बाद यह उनका पहला शतक है. आज की अपनी आतिशी पारी में युवी ने अपना शतक महज 98 गेंदों पर पूरा किया. उन्‍होंने 15 चौके और एक छक्‍का जड़कर यह शतक पूरा किया. आज उन्‍होंने अपना अब तक के करियर का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन किया. उन्‍होंने कुल मिलाकर 150 रन बनाए. इसके पहले 14 शतक लगा चुके युवी का इससे पहले का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन 139 रन रहा है. उल्‍लेखनीय है कि 2004 में सिडनी में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ उन्‍होंने इससे पहले का बेस्‍ट स्‍कोर बनाया था.

गुरुवार को इंग्‍लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में तीन विकेट गिरने के बाद युवराज सिंह जब क्रीज पर आए तब भारत के 25 रन पर तीन विकेट हो गए थे. उसके बाद महेंद्र सिंह धौनी के साथ उन्‍होंने पारी संभाली और पहले धीरे-धीरे और उसके बाद आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए 15 चौके और एक छक्‍के की मदद से सैकड़ा ठोका. यह शतक इसलिए भी खास है क्‍योंकि इसी जून में चैंपियंस ट्रॉफी से पहले चुनिंदा वनडे मैच ही होने है और ऐसे में यह शतक चैंपियंस ट्रॉफी में उनके चुने जाने का सबब बन सकता है.
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Live INDvsENG कटक वनडे : युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप, 2011 के बाद पहली बार जड़ा वनडे शतक
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2011 के विश्‍व कप में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते युवराज सिंह को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्‍ठ खिलाड़ी घोषित किया गया था लेकिन उसके बाद उनके लिए अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में वापसी बहुत आसान नहीं रही. इस दौरान उनको कई उतार-चढ़ाव देखने पड़े. उनको कैंसर की वजह से मैदान से बाहर जाना पड़ा. उनको कई महीनों तक इलाज के लिए विदेश में रहना पड़ा लेकिन कठोर जीवट वाले युवराज ने हिम्‍मत नहीं हारी. वह फिर मैदान में उतरे और उसके बाद लगातार प्रदर्शन करते रहे. हालांकि वर्ल्‍ड कप के बाद ही उनकी क्रिकेटीय असफलता का दौर शुरू हुआ और उनके संन्‍यास की अटकलें भी लगाई जाने लगीं.

लेकिन भारतीय क्रिकेट के साथ अपने प्रशंसकों को युवराज ने कभी निराश नहीं किया. इस साल घरेलू क्रिकेट में उन्‍होंने दमदार प्रदर्शन किया और उसके बूते मौजूदा भारत-इंग्‍लैंड वनडे सीरीज में उन्‍होंने वापसी की. पहले वनडे में भी उन्‍होंने कुछ जोरदार शॉट लगाए और 12 गेंदों में 15 रन बनाए लेकिन तेज शॉट खेलने के क्रम में वह मिडविकेट पर आउट हो गए थे. जबर्दस्‍त हिटर माने जाने वाले युवराज के नाम छह गेंदों में छह छक्‍के लगाने का रिकॉर्ड भी है. उल्‍लेखनीय है कि पिछले नवंबर के अंत में उन्‍होंने अपनी गर्लफ्रेंड और मॉडल-एक्‍टर हेजेल कीच के साथ शादी की है.

 


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