IPL 2018: बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स की हैदराबाद पर 14 रन से जीत

IPL 2018: बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स की हैदराबाद पर 14 रन से जीत

बेंगलोर के गेंदबाज युजवेंद्र चहल

खास बातें

  • आरसीबी-20 में 6 पर 218 रन, एबी डि विलियर्स 69, मोईन अली 65, ग्रैंडहोम 40
  • एसआरएच-20 में 3 पर 204 रन, विलियमसन 81, मनीष पांडे 62*
  • एबी डि विलियर्स बने मैन ऑफ द मैच
नई दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)-11 में वीरवार को एक रोमांचक मुकाबले में बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने प्वाइंट्स टेबल में टॉप पर सवार सनराइजर्स हैदराबाद को 14 रन से हरा दिया. आतिशी पारी खेलने वाले और बहुत ही आसाधारण कैच लेने वाले एबी डि विलियर्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया. 
 

हैदराबाद से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद बेंगलोर ने एबी डि विलियर्स (69 रन, 39 गेंद, 12 चौके, 1 छक्का), मोईन अली (65 रन, 34 गेंद, 2 चौके, 6 छक्के), ग्रैंडहोम (40 रन, 17 गेंद, 1 चौका, 4 छक्के) और सर्फराज खान (नाबाद 22 रन, 8 गेंद, 3 चौके, 1 छक्का) की उम्दा बैटिंग की बदौलत कोटे के 20 ओवरों में 6 विकेट पर 218 रन का बहुत ही मजबूत स्कोर खड़ा किया. हैदराबाद के लिए लेग स्पिनर राशिद खान ने 3 विकेट चटकाए.

 

जवाब में हैदराबाद की टीम कप्तान केन विलियमसन (81 रन, 42 गेंद, 7 चौके, 5 छक्के) और मनीष पांडे (नाबाद 62 रन, 38 गेंद, 7 चौके, 2 छक्के) की बेहतरीन कोशिश के बावजूद 20 ओवरों में 2 विकेट पर 204 रन ही बना सकी. 



केन विलियमसन-पांडे का प्रहार
पावर प्ले में पहले  शिखर धवन और फिर फिर तेज खेल रहे एलेक्स हेल्स के आउट होने से लगा था कि हैदराबाद के विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है. लेकिन टी-20 के चैंपियन बल्लेबाज और कप्तान केन विलियमसन ने मनीष पांडे के साथ मिलकर बेंगलोर पर प्रचंड प्रहार किया. इन दोनों ने मिलकर 135 रन जोड़कर हैदराबाद को मुकाले में बनाए रखा. दोनों खासकर विलियसन ने बहुत ही आक्रामक पारी खेली.लेकिन एक बार विलियसन आउट हुए, तो हर गेंद गुजरने के साष ही हैदराबाद की रनगति भी धीमी पड़ती गई. मनीष पांडे ने कोशिश जरूर की, लेकिन इस कोशिश में निरंतर प्रहारों का अभाव रहा. नतीजा पांडे अपनी पारी को मैच जिताऊ पारी में बदलने में नाकाम रहे.

RCB की पारी

पावर-प्ले की रणनीति नाकाम
तेवर तो बेंगलोर के पिछले दो मैच जीतने से ही बदल गए हैं. इस बार भी पिछले मैच जैसे ही तेवर थे, लेकिन न तो एक रन बनाने वाले पार्थिव पटेल की चली और न ही राशिद खान ने चलने दी विराट कोहली की. दोनों ही सस्ते में आउट हो गए. नतीजा यह रहा कि पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवरों में) बेंगलोर का चैलेंज विराट नहीं हो सका और सिर्फ 44 रन ही बन सके. ऊपर से कोहली और पार्थिव दोनों ही आउट हो गए. 
 

क्या कहने एबी और मोईन अली के!
खासतौर पर मध्यक्रम में बहुत ही ऐसा कम देखने को मिलता है, जब दोनों छोर पर बल्लेबाज एक सा सुर साधें! मानो एी डि विलियर्स और मोईन अली के बीच एक-दूसरे को पछाड़ने की होड़ लगी थी. चाहे कुछ भी हो, लेकिन यह तीसरे विकेट के लिए इन दोनों के बीच करीब 10 ओवर में हई 107 रन की साझेदारी ही थी, जिसने बेंगलोर का टेम्पो तैयार कर दिया. इन दोनों ने ऐसी आधारशिला रखी, जिस पर ग्रैंडहोम और सर्फराज खान ने सही समय पर आतिशी पारी खेलते हुए बेंगलोर को वह स्कोर दिला दिया, जिसकी उसे हैदराबाद को कड़ी टक्कर देने की जरुरत थी.
 

इससे पहले बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया. एक बदलाव भी हैदराबाद ने किया. भुवनेश्वर कुमार की जगह बासिल थंपी को दी गई है, तो वहीं बेंगलोर ने अपने पिछले मैच की इलेवन के साथ ही खेलने का फैसला किया. दोनों के लिए दोनों टीम इस प्रकार रहीं.
 


रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर : विराट कोहली (कप्तान),  पार्थिव पटेल, एबी डि विलियर्स, मनदीप सिंह, सर्फराज खान, मोईन अली, कोलिन डि ग्रैंडहोम, टिम साउदी, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और युजवेंद्र चहल
 

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सनराइजर्स हैदराबाद : केन विलियमसन (कप्तान), शिखर धवन, एलेक्स हेल्स, मनीष पांडे, दीपक हुड्डा, शाकिब-हल-हसन, श्रीवत्स गोस्वामी, राशिद खान, सिद्धार्थ कौल, संदीप शर्मा और बासिल थंपी.

वास्तव में कोई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए अगर 218 का स्कोर खड़ा कर दे, तो सामने वाली टीम के लिए मैच जीतना बहुत ही मुश्किल हो जाता है. हैदराबाद के मामले में भी ऐसा ही हुआ. अगर विलियमसन बने रहते, तो एक बार को मैच हैदराबाद की झोली में जा सकता था. बहरहाल, बेंगलोर ने बदली हुई एप्रोच से मैच 14 रन से जीतकर अपने प्ले-ऑफ में खेलने की संभावनाओं को जिंदा रखा है.