पंजाब के लिए रणजी खेलने वाले गुरकीरत सिंह भार के लिए 3 वनडे खेल चुके हैं
खास बातें
- आरसीबी का दूसरा पूर्ण नेट सेशन
- कोच खिलाड़ियों की लय से गद्गद हुए
- बल्लेबाजों को लयबद्ध करार दिया
नई दिल्ली: यूएई पहुंचने के बाद जिस टीम ने अपने आप को सबसे बेहतर तरीके से नियंत्रित किया है, वह विराट कोहली (Virat Kohli) की रॉयर चैलेंजर्स बेंगलो (Royal Challengers Banglore) है. यह एक इकलौती टीम अभी तक ऐसी रही है, जिसने "सफलतापूर्वक" अपने दो पूर्ण नेट सेशन आयोजित किए हैं. टीम के कोच और पूर्व कंगारू लेफ्टी बल्लेबाज साइमन कॉटिच दूसरे सेशन से तो बहुत ही ज्यादा खुश हैं. जिस तरह से ट्रेनिंग सेशन में बल्लेबाजों ने यहां के हालात से खुद को समायोजित किया, उससे कॉटिच खुश हैं. आरसीबी ने दूसरे प्रैक्टिस सेशन को लेकर ऑफिशियल अकाउंट पर दो वीडियो जारी किए हैं.
कॉटिच ने कहा कि हालात के लिहाज कहूं, तो दूसरा सेशन थोड़ा मुश्किल था क्योंकि पिच पर थोड़ी घास थी. गेंद सीम हो रही थी. गेंदबाजों ने अच्छा किया, लेकिन जिस तरह से बल्लेबाजों ने यहां खुद का इस्तेमाल किया, वह वास्तव में बहुत ही अच्छा था. बल्लेबाजों ने सही तरह अपने शॉट खेले. और जिस खिलाड़ी ने कॉटिच को प्रैक्टिस के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वह रहे पंजाब के ऑलराउंड गुरकीरत सिंह
कॉटिच बोले बल्लेबाजों ने पहले सेशन का इस्तेमाल किया और यह दूसरे सेशन का आधार बना, जिसमें ज्यादातर बल्लेबाजों ने बहुत ही अच्छा किया. और इनमें गुरकीरत बहुत ही शानदार रहे. प्रभावी बात यह रही कि गुरकीरत ने नेट में खुद का ऐसे इस्तेमाल किया, मानो वह मैच में बैटिंग कर रहे हों. ध्यान दिला दें कि 30 साल के गुरकीरत भारत के लिए तीन वनडे खेल चुके हैं.
कॉटिच ने कहा कि यह आसान नहीं होता क्योंकि ज्यादातर बल्लेबाज नेट प्रैक्टिस के दौरन गेंद पर प्रहार लगाने की कोशिश करते हैं, लेकिन कभी-कभी आपको नेट में ठीक वैसे ही पारी को खड़ा करने की जरूरत होती है, जैसा कि आप मैच में करते हैं. दक्षिण अफ्रीका के आतिशी एबी डिविलियर्स भी दूसरे सेशन से गद्गद दिखाई पड़े. उन्होंने कहा कि नेट पर बैटिंग कर अच्छा महसूस हुआ. यह खुला हुआ मैदान है, तो आप गेंद को चारों तरफ हवा में जाते हुए देख सकते है. यह आनंददायक रहा.
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