चेन्नई: मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मुक़ाबले में जब केवल 12 गेंद बाकी थीं तब चेन्नई सुपर किंग्स का पलड़ा भारी नजर आ रहा था। मुंबई को जीत के लिए दो ओवर में 30 रन बनाने थे। इन दो ओवरों में अंतिम ओवर ड्वेन ब्रावो को फेंकना था, जिसके सामने मुंबई के बल्लेबाज़ मुश्किल से रन बना रहे थे। ऐसे में 19वां ओवर निर्णायक साबित होने वाला था।
चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल की सबसे कामयाब टीम बनाने वाले एमएस धोनी ने 19वें ओवर में गेंद पवन नेगी को थमाई। तीन ओवर में महज 9 रन देने वाले नेगी को गेंद थमाने का फैसला ही उल्टा साबित हुआ। मुंबई के हार्दिक पांड्या और अंबाति रायडू ने नेगी के इस ओवर में 25 रन ठोक कर मैच का फ़ैसला कर दिया।
कप्तान धोनी ने जब स्पिन गेंदबाज़ पवन नेगी को गेंद थमाने का फैसला किया, तब उनके दो तेज गेंदबाज़ मोहित शर्मा और आशीष नेहरा ने अपना कोट पूरा नहीं किया था। मोहित शर्मा के 2 ओवर बाकी थे जबकि दूसरी ओर इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज आशीष नेहरा का एक ओवर बाकी था।
मोहित ने अपने दो ओवर में 19 रन दिए थे, जबकि नेहरा ने 3 ओवरों में 45 रन खर्च किए थे।
इस हिसाब से देखें तो धोनी ने कहीं ज्यादा बेहतर गेंदबाज़ को गेंदबाजी सौंपी। धोनी ने मैच के बाद कहा, “मैंने नेगी को 19वां ओवर इसलिए सौंपा क्योंकि हमारे तेज गेंदबाज़ अच्छी गेंदबाज़ी नहीं कर रहे थे, नेगी ने अच्छी गेंदबाज़ी की थी।”
हालांकि बाद में उन्होंने माना कि रणनीति के लिहाज से चूक हो गई। उन्होंने कहा, “नेगी दबाव में आ गया और उससे उबर नहीं पाया। कोई बात नहीं है। यह एक रणनीतिक चूक रही।”
जाहिर है धोनी कि एक चूक के चलते चेन्नई सुपर किंग्स को हार का सामना करना पड़ा और घरेलू मैदान पर लगातार जीत के वे नया रिकॉर्ड नहीं बना पाए। चेन्नई ने अपने घरेलू मैदान पर लगातार 10 मैच जीते हैं। मुंबई की टीम भी अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में लगातार दस मैच जीत चुकी है।