कुंद्रा से पूछताछ करने वाली दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि कुंद्रा ने सट्टेबाजी की बात स्वीकार की है बल्कि उन्होंने ऐसा करते हुए काफी धन भी गंवाया।
हाल में बीसीसीआई पद से इस्तीफा देने वाले जगदाले ने कहा, ‘‘सट्टेबाजी नैतिक रूप से गलत है क्योंकि आप एक टीम के मालिक हैं। ऐसी चीजें क्रिकेट के लिये अच्छी नहीं है और न ही आईपीएल के लिये। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का इस खेल पर जो भरोसा है, यह उसे खत्म करने की एक और घटना है। यह सचमुच हैरान करने वाला है।’’
यह पूछने पर कि अगर कुंद्रा के खिलाफ सट्टेबाजी के आरोप साबित हो जाते हैं तो क्या राजस्थान रायल्स को निलंबित किया जा सकता है तो जगदाले ने कहा कि यह फैसला आईपीएल अधिकारियों पर निर्भर करता है।
जगदाले ने कहा, ‘‘मैं कानूनी चीजों पर टिप्पणी नहीं कर सकता। यह (राजस्थान रॉयल्स के भाग्य पर फैसला करना) संचालन परिषद और कार्यकारी समिति पर निर्भर करता है।’’ उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बीसीसीआई को इन विवादों से सबक लेकर तेजी से व्यवस्था को साफ सुथरा करना चाहिए।
जगदाले ने कहा, ‘‘बीसीसीआई को ये सबक लेने होंगे। जितना जल्दी ऐसा होगा, उतना ही बेहतर होगा। उन्हें एक साथ बैठकर व्यवस्था को साफ सुथरा करने और हाल में जो कुछ हुआ, उसे पहली प्राथमिकता देनी होगी। पहली प्राथमिकता इसी को दी जानी चाहिए। किसी व्यक्ति को प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए, जो किसी पद पर आसीन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोग मौजूद हैं जो बीसीसीआई में फैसले लेने में समर्थ हैं। ऐसे फैसलों को जल्द ही लिया जाना चाहिए।’’ पूर्व बीसीसीआई सचिव जयवंत लेले ने कहा कि अमीर व्यवसायी होने के बावजूद राज कुंद्रा का सट्टेबाजी में शामिल होना ‘बेवकूफाना’ था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक भारत सट्टेबाजी को वैध नहीं करता, यह अपराध है। मैं बहुत खुश हूं क्योंकि जो कुछ हो रहा है, वह क्रिकेट नहीं है।’’
लेले ने कहा, ‘‘राज कुंद्रा जो राजस्थान रायल्स के मालिक हैं, उनके पास इतना धन है, तो उन्हें सट्टेबाजी करने की क्या जरूरत पड़ गयी। यह राज कुंद्रा की बेवकूफी है। मुझे उन पर दया आती है।’’
लंबे समय तक क्रिकेटर प्रशासक रह चुके लेले को लगता है कि अगर चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स के मालिक सट्टेबाजी में लिप्त पाये जाते हैं तो उनकी टीम को टी20 लीग से हटा देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स में कोई भी सट्टेबाजी में शामिल है तो टीमों पर टूर्नामेंट में भाग लेने से रोक लगा देनी चाहिए।’’