मैच फिक्सिंग के मुख्य आरोपी संजीव चावला ने दिल्ली पुलिस के इस फैसले को दी हाईकोर्ट में चुनौती

पुलिस ने अदालत को बताया कि क्रोनिए भी इसमें शामिल थे. क्रोनिए की 2002 में विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी.

मैच फिक्सिंग के मुख्य आरोपी संजीव चावला ने दिल्ली पुलिस के इस फैसले को दी हाईकोर्ट में चुनौती

संजीव चावला

नई दिल्ली:

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेट कप्तान हैंसी क्रोनिए की संलिप्तता वाले मैच फिक्सिंग मामले के प्रमुख आरोपी और कथित सट्टेबाज संजीव चावला ने 12 दिन की अपनी पुलिस हिरासत को उच्च न्यायालय में शुक्रवार को चुनौती दी. निचली अदालत ने चावला को गुरुवार को 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. अदालत ने कहा था कि मामले की आगे की जांच के लिए उसे देश भर के अनेक शहरों में ले जाया जाना है. ब्ब्रिटेन से प्रत्यर्पित चावला से पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस ने 14 दिन की हिरासत की मांग की थी. अदालत ने कहा कि 22 सितम्बर, 2017 को ब्रिटेन को दिए आश्वासन पत्र के अनुसार भारत सरकार ने आश्वासन दिया था कि आरोपी को सुनवाई से पहले और सक्षम अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने की स्थिति में तिहाड़ जेल में रखा जाएगा.

यह भी पढ़ें:  आरसीबी के इस कदम से कप्तान विराट कोहली हुए गदगद

अदालत ने कहा कि सुनवाई से पहले के चरण में जांच का चरण शामिल नहीं होता और पुलिस हिरासत में भेजने की मांग भारत सरकार के पत्र की भावना के विपरीत नहीं है. निचली अदालत ने आरोपी को 25 फरवरी को अदालत में पेश करने के निर्देश दिए. अदालत को बताया गया कि बृहस्पतिवार को लंदन से प्रत्यर्पित करके लाया गया चावला पांच मैचों की फिक्सिंग में शामिल था और बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उसका विभिन्न लोगों से आमना-सामना कराना है. इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में मैच फिक्सिंग से जुड़े और कई छोटे या  बड़े नाम सामने आ सकते हैं. 


यह भी पढ़ें:  रॉस टेलर ने अपने 100वें मैच से पहले टेस्ट क्रिकेट को लेकर की यह रुचिकर बात

पुलिस ने अदालत को बताया कि क्रोनिए भी इसमें शामिल थे. क्रोनिए की 2002 में विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी. चावला पर फरवरी-मार्च 2000 में दक्षिण अफ्रीका टीम के भारत दौरे पर मैच फिक्सिंग के लिए क्रोनिए के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप है. 

VIDEO: पिंक बॉल बनने की पूरी कहानी, स्पेशल स्टोरी. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

ब्रिटिश अदालत के दस्तावेजों में कहा गया है कि दिल्ली में जन्मा व्यवसायी चावला 1996 में व्यापार वीजा पर ब्रिटेन चला गया था, लेकिन वह भारत की यात्रा करता रहा.