INDvsAUS 3rd Test : शतकवीर पुजारा नाबाद, भारत 360/6, चोटिल विराट का बल्ला लगातार पांचवीं बार रहा खामोश

INDvsAUS 3rd Test : शतकवीर पुजारा नाबाद, भारत 360/6, चोटिल विराट का बल्ला लगातार पांचवीं बार रहा खामोश

India vs Australia : चेतेश्वर पुजारा ने भारत की ओर से सीरीज का पहला शतक लगाया है...

खास बातें

  • विराट कोहली महज 6 रन बनाकर ही आउट हो गए
  • टीम इंडिया अभी ऑस्ट्रेलिया से 91 रन पीछे है
  • सीरीज में दोनों टीमें फिलहाल 1-1 की बराबरी पर हैं
रांची:

ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे में अपना तीसरा टेस्ट मैच रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेल रही है. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के 451 रनों के जवाब में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट पर 360 रन बना लिए. फिलहाल वह ऑस्ट्रेलिया से 91 रन पीछे है. तीसरे दिन के खेल का आकर्षण चेतेश्वर पुजारा का शतक रहा, जिन्होंने एक छोर से गिर रहे विकेटों के बीच धैर्य बनाए रखा और न केवल करियर का 11वां शतक पूरा किया, बल्कि टीम इंडिया की ओर से सीरीज का पहला शतक भी लगाया. चेतेश्वर पुजारा (130) और ऋद्धिमान साहा (18) नाबाद हैं. विराट कोहली चोटिल होने के बावजूद उतरे, लेकिन 23 गेंदों में 6 रन बनाकर ही लौट गए. वैसे विराट का बल्ला वर्तमान सीरीज में खामोश ही रहा है. इससे पहले तक उनका बल्ला लगातार रन बरसा रहा था, लेकिन वह इस सीरीज की पांच पारियों में 0, 13, 12, 15 और 6 रन ही बना पाए हैं. लगातार चार सीरीजों में चार दोहरे शतक बना चुके विराट कोहली के लिए यह चिंताजनक हो सकता है. पैट कमिन्स ने भारत के चार विकेट, तो स्टीव ओकीफी और जॉश हेजलवुड ने एक-एक विकेट लिया है.

पुजारा के अलावा टीम इंडिया की ओर से ओपनर मुरली विजय ने भी शानदार बल्लेबाजी की. विजय के लिए यह मैच खास है क्योंकि यह उनका 50वां टेस्ट मैच है. उन्होंने इसका जश्न भी मनाया और फिफ्टी बनाई, लेकिन उसे शतक में नहीं बदल सके और लंच से दो गेंद पहले लापरवाही भरा शॉट खेलकर आउट हो गए. विजय ने 82 रनों की पारी खेली. उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े. करुण नायर ने भी पुजारा के साथ 44 रन जोड़े, लेकिन 23 रन पर चलते बने. दूसरे दिन लोकेश राहुल ने भी 67 रन बनाए थे.

टीम इंडिया का विकेट पतन : 1/91 (लोकेश राहुल- 67), 2/193 (मुरली विजय- 82), 3/225 (विराट कोहली- 6), 4/276 (अजिंक्य रहाणे- 14), 5/320 (करुण नायर- 23), 6/328 (आर अश्विन- 3)

6 साल बाद टॉप तीन ने बनाया फिफ्टी प्लस स्कोर
टीम इंडिया की ओर से रांची में टॉप के तीनों बल्लेबाजों ने पहली पारी में पचास से अधिक का स्कोर बनाया है. लोकेश राहुल (67), मुरली विजय (82) आउट हो गए हैं, जबकि चेतेश्वर पुजारा शतक बनाकर खेल रहे हैं. इससे पहले साल 2010 में ऐसा हुआ था, जब न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट की एक ही पारी में टॉप के तीन बल्लेबाजों ने फिफ्टी प्लस का स्कोर किया था. वैसे 2006 से 2010 के बीच ऐसा आठ बार हुआ था. अब छह साल बाद यह अवसर आया है. 

अंतिम सत्र : पुजारा-साहा रहे नाबाद, दो विकेट खोए
चायकाल के बाद चेतेश्वर पुजरा ने करुण नायर के साथ ऑस्ट्रेलिया की टीम इंडिया पर बढ़त को कम करने की कोशिश की और स्कोर को चार विकेट पर 303 रन से आगे बढ़ाया. अपने पहले ही मैच में तिहरा शतक जमा चुके नायर पिछले कुछ मैचों से फेल हो रहे थे. ऐसे में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने एक बार फिर निराश किया और महज 23 रन पर जॉश हेजलवुड का शिकार बन गए. हेजलवुड ने उन्हें बोल्ड किया. उस टीम इंडिया का स्कोर 320 रन था. नायर ने पुजारा के साथ 44 रन जोड़े. अश्विन ने 22 गेंदों का सामना किया और तीन रन बनाए. उनको पैट कमिन्स ने बाउंसर पर आउट किया. कीपर की कैच की अपील पर अंपायर ने उनको नॉटआउट दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने रिव्यू ले लिया, जिसमें गेंद उनके दस्ताने को छूकर जाती हुई दिखी. इसके बाद साहा ने पुजारा का साथ दिया और दिन का खेल खत्म होने तक 32 रनों की नाबाद साझेदारी कर ली. चेतेश्वर पुजारा (130) और ऋद्धिमान साहा (18) नाबाद रहे, टीम इंडिया- 360/6.

चायकाल से पहले : विराट कोहली फिर फेल
विराट कोहली को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन मुरली विजय के लंच से ठीक पहले आउट होने के बाद वह चेतेश्वर पुजारा के साथ जब बैटिंग के लिए उतरे तो दर्शकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. पुजारा ने कोहली के साथ पारी को दो विकेट पर 193 रन से आगे बढ़ाया. दोनों के बीच 32 रन ही जुड़े थे कि विराट को तेज गेंदबाज पैट कमिन्स ने अपने जाल में फंसा लिया. उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद डाली और विराट (6 रन, 23 गेंद) ने गेंद तक पहुंचे बिना बल्ला चला दिया और गेंद बल्ले का किनारा लेते हुए दूसरी स्लिप पर खड़े कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथों में समा गई. अजिंक्य रहाणे भी 14 रन पर पैट कमिन्स की बाउंसर पर अपरकट लगाने के चक्कर में कीपर मैथ्यू वेड को कैच दे बैठे. उन्होंने पुजारा के साथ 51 रन जोड़े. पुजारा ने पैट किन्स को मिड-ऑफ और कवर के बीच से चौके के लिए भेजकर करियर का 11वां शतक पूरा किया. यह भारत की ओर से इस सीरीज का पहला शतक भी है. चायकाल तक टीम इंडिया का स्कोर- 303/4 रहा. चेतेश्वर पुजारा (109) और करुण नायर (13) पर नाबाद रहे.

लंच से पहले : विजय की 50वें टेस्ट में फिफ्टी...
तीसरे दिन टीम इंडिया को मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा से बड़ी उम्मीदें थी. दोनों ने टीम इंडिया के स्कोर को एक विकेट पर 120 रन से आगे बढ़ाया और मुरली विजय ने अपने 50वें टेस्ट मैच में फिफ्टी जमाकर टीम को राहत पहुंचाई. लग रहा था कि भारत दिन का पहला सत्र बिना विकेट खोए ही निकाल लेगा, लेकिन मुरली विजय ने स्पिनर स्टीव ओकीफी की गेंद पर लापरवाही भरा शॉट खेला और कीपर मैथ्यू वेड ने उनको 82 रन पर स्टंप आउट कर दिया. विजय ने अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया. उन्होंने पुजारा के साथ 102 रन जोड़े. विजय ने दूसरे दिन लोकेश राहुल के साथ भी पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़े थे. मुरली विजय के लिए यह मैच खास है क्योंकि यह उनका 50वां टेस्ट मैच है. उन्होंने इसका जश्न भी मनाया और फिफ्टी बनाई, लेकिन उसे शतक में नहीं बदल सके और लंच से दो गेंद पहले लापरवाही भरा शॉट खेलकर आउट हो गए. विजय ने 82 रनों की पारी खेली. उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े.

बीसीसीआई ने एक ट्वीट करके बताया था कि कंधे की चोट से परेशान कप्तान विराट कोहली अपनी बैटिंग पोजिशन पर आएंगे...
 


भारतीय ओपनरों की पहली बड़ी साझेदारी
दूसरे दिन के अंतिम सत्र में मुरली विजय और लोकेश राहुल ने भारतीय पारी को मजबूती देने की कोशिश की और दोनों इसमें सफल भी रहे. विजय-राहुल ने संभलकर खेलते हुए सीरीज की पहली अर्द्धशतकीय पार्टनरशिप पूरी की. वास्तव में टीम इंडिया की ओर से इस सीरीज में सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप 39 रन की थी, जो अभिनव मुकुंद ने राहुल के साथ बेंगलुरू में की थी.

दूसरे दिन का खेल : टीम इंडिया की अच्छी शुरुआत
टीम इंडिया ने दूसरे दिन अच्छी गेंदबाजी की. खासतौर से रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी-जल्दी पैवेलियन लौटाया, चायकाल से लगभग आधे घंटे पहले कंगारुओं की पारी 451 रन पर सिमट गई. स्मिथ ने नाबाद 178 रन बनाए, जबकि ग्लेन मैक्सवेल ने करियर का पहल शतक (104 रन) जड़ा. टीम इंडिया की ओर से रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट लिए, तो उमेश यादव ने तीन विकेट और आर अश्विन ने एक विकेट झटका, जबकि एक खिलाड़ी रनआउट हुआ. जवाब में भारत ने चायकाल तक बिना किसी नुकसान के 20 रन बना लिए. मुरली विजय और लोकेश राहुल ने सीरीज में पहली बार अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों के बीच 91 रन की साझेदारी हुई. राहुल 69 गेंदों में सीरीज की चौथी और करियर की पांचवीं फिफ्टी पूरी की. इसमें उन्होंने 8 चौके लगाए. अंतिम सत्र के पहले घंटे में इंडिया ने कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 80 रन बना लिए थे. इसके बाद राहुल को पैट कमिन्स ने 67 रन पर कीपर मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया.

स्मिथ हैं ऐसे पांचवें विदेशी कप्तान...
दूसरे दिन के खेल का आकर्षण स्टीव स्मिथ की बड़ी पारी रही. वह कप्तान के रूप में भारतीय धरती पर एक टेस्ट पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने के मामले में पांचवें नंबर पर पहुंच गए हैं. रांची में वह 178 रन पर नाबाद रहे. उनसे ऊपर वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड (242*, मुंबई, 1975), इंग्लैंड के एलिस्टर कुक (190 रन, कोलकाता, 2012), विंडीज के एल्विन कालीचरण (187 रन, मुंबई, 1978) और पाकिस्तान के इंजमाम उल हक (184 रन, बेंगलुरू, 2005) हैं.

पहले दिन का खेल : एक सत्र में इंडिया, तो दो में ऑस्ट्रेलिया रहा हावी
तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर दबाव बना लिया. हालांकि पहले सत्र में टीम इंडिया हावी रही, जबकि अंतिम दो सत्र में कंगारुओं ने स्थिति मजबूत कर ली. दूसरी ओर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अपना कंधा चोटिल करवा बैठे और फिर फील्डिंग करने नहीं लौटे. विराट कोहली को लंच के बाद 40वें ओवर में यह चोट लगी थी. टीम इंडिया ने टॉस हारने के बावजूद लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया के 109 रन पर ही तीन विकेट झटक लिए थे, लेकिन लंच के बाद वह केवल एक ही विकेट ले पाई और चायकाल के बाद तो उसे कोई सफलता नहीं मिली और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने मैदान पर विराट कोहली की गैरमौजूदगी का पूरा फायदा उठाया. कप्तान स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल ने 159 रनों की नाबाद साझेदारी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 299 रन बना लिए. स्मिथ 117 रन (244 गेंद, 13 चौके) और मैक्सवेल 82 रन (147 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) पर नाबाद लौटे. ओपनर मैट रनेशॉ ने 44 रन बनाए, जबकि डेविड वॉर्नर 19 रन ही बना सके.

जेएससीए स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में टॉस ऑस्ट्रेलिया ने जीता और पहले बैटिंग का फैसला किया. उसके लिए यह ऐतिहासिक 800वां टेस्ट मैच भी है. स्टीव स्मिथ के लिए यह दौरा शानदार रहा है और उन्होंने करियर का 19वां शतक जड़ दिया. अपने 76 रन पूरे करते ही स्मिथ ने करियर में 5000 रन भी पूरे कर लिए. सबसे तेजी से यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह सातवें बल्लेबाज बन गए हैं.

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