नई दिल्ली: आज 15 अगस्त है, जब-जब 15 अगस्त आता है, हम अपनी आज़ादी को याद करते हैं, झंडा फहराते हैं, झंडा लेकर घूमते रहते हैं, तरह-तरह से अपने देश के प्रति प्यार ज़ाहिर करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे क्रिकेट फैन हैं, जिन्होंने क्रिकेट के ज़रिये ही अपने देश के झंडे को हमेशा ऊंचा रखा... जब-जब क्रिकेट मैच हुआ, ये फैन अपने देश और अपने खिलाड़ियों की ख़ातिर देश के झंडे को हाथ में लेकर पूरी दुनिया घूमते रहते हैं, और अपनी जान तक की परवाह नहीं करते...
चलिए, आपको आज कुछ ऐसे ही क्रिकेट के दीवानों से मिलाते हैं, जो क्रिकेट को ही अपनी ज़िन्दगी मानते हैं और अपने खिलाड़ियों और टीम के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं... जब भी अपनी टीम और खिलाड़ी खेलते हैं, ये लोग हाथ में तिरंगा और पोस्टर लिए स्टेडियम की शोभा बढ़ाते रहते हैं... कोई अपने मनपसंद खिलाड़ी से मिलने के लिए साइकिल चलाकर 2,000 किलोमीटर का सफर करता है, तो कोई अपनी टीम के लिए अपना घर तक बेच डालता है, और कोई बचपन से ही सब कुछ छोड़-छाड़कर टीम और खिलाड़ियों को चीयर करने में ही ज़िन्दगी बिताता है...
सुधीर कुमार - सचिन तेंदुलकर का सबसे बड़ा फैन : "मैं बहुत बार उनके घर गया हूं और उनके साथ खाना खाया है... 2003 से लेकर अब तक पता नहीं कितनी बार गया हूं... जब भी मुंबई जाता हूं, उनके घर जाता हूं और उन्हीं के साथ बैठकर खाना खाता हूं... बहुत अच्छा लगता है... सचिन सर मेरे लिए भगवान हैं... एक भगवान ऊपर रहते हैं और दूसरे नीचे हैं और वह हैं मेरे सचिन सर..." जून, 2015 में NDTV को दिए एक इंटरव्यू में सुधीर ने सचिन के बारे में यह बात बताई थी...
भारत के मैचों के दौरान आपने एक ऐसे शख्स को ज़रूर देखा होगा, जो हाथ में भारत का झंडा लिए सचिन तेंदुलकर का नाम अपने बदन पर पेंट से लिखे हुए मौजूद रहता है... सचिन तेंदुलकर क्रिकेट को कई साल पहले अलविदा कह चुके हैं, लेकिन सुधीर ने आज तक सचिन को अलविदा नहीं कहा... आज भी जब सुधीर मैदान में दिखाई देते हैं, तो उनके हाथ में भारत का झंडा होता है, और बदन पर सचिन का नाम लिखा रहता है...
सचिन से मुलाकात के लिए बिहार से मुंबई तक साइकिल चलाकर आए : वर्ष 2003 में सचिन तेंदुलकर से मुलाकात करने के लिए सुधीर बिहार से मुंबई तक साइकिल पर चले गए थे और होटल के सामने काफी देर इंतज़ार करने के बाद उनकी सचिन से मुलाकात हुई थी... उस वक्त सचिन ने सुधीर को अपने घर आने का न्योता दिया, और सुधीर पहुंच गए... सचिन से बातचीत हुई, और तभी से सचिन और सुधीर का रिश्ता गहरा होता चला गया... सचिन हर मैच के लिए सुधीर को पास दिया करते थे... वर्ष 2015 में ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड कप को देखने के लिए सुधीर, सचिन तेंदुलकर की मदद से ही गए थे... जब मैच नहीं होता, तो उस दौरान सुधीर कोई प्राइवेट जॉब कर लेते हैं, और उन्हीं पैसों से उनका खर्च निकलता है...
जब सचिन ने सुधीर के हाथ में वर्ल्ड कप थमा दिया था : NDTV को दिए एक इंटरव्यू में सुधीर ने यह भी बताया था कि 2 अप्रैल, 2011 का दिन उन्हें हमेशा याद रहेगा... उस दिन भारत ने वर्ल्ड कप जीता था, और जीत के बाद सचिन तेंदुलकर ने सुधीर को ड्रेसिंग रूम में बुलाया और उनके हाथ में वर्ल्ड कप थमा दिया... सुधीर का कहना था, वह लम्हा वह कभी न भूल पाएंगे... उनके एक हाथ में भारत का झंडा था और दूसरे हाथ में वर्ल्ड कप...
वैसे, सुधीर सिर्फ सचिन नहीं, दूसरे खिलाड़ियों से भी मिलते रहते है... टीम इंडिया के वन-डे और टी-20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, और हरभजन सिंह को मिलने के लिए सुधीर उनके घर लीची लेकर जाते हैं... सुधीर का कहना है धोनी और भज्जी को लीची पसंद है...
भारत आर्मी - टीम इंडिया के सपोर्टर : चलिए, अब भारत आर्मी की बात करते हैं... भारत आर्मी का गठन राकेश पटेल, शैलेन टैंक, हरविंदर मान और सुखविंदर निज्जर नामक चार दोस्तों ने मिलकर 1999 में किया था... ग्रुप के गठन का मुख्य मकसद था 1999 के वर्ल्ड कप के दौरान स्टेडियम में मौजूद रहकर टीम इंडिया को सपोर्ट करना... वर्ल्ड कप के बाद भी समर्थन देने का सिलसिला जारी रहा... टीम इंडिया जहां भी खेलने जाती है, वहां यह आर्मी सपोर्ट करने के लिए पहुंच जाती है, और हाथ में झंडे लेकर अपने देश के लिए चियर्स करती रहती है...
भारत आर्मी लोगों को मैच देखने के लिए टिकट बुकिंग में भी मदद करती है... ग्रुप यही चाहता है कि ज़्यादा से ज़्यादा क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में मौजूद रहकर टीम इंडिया को सपोर्ट करें... हर देश में रहने वाले भारतीय इस ग्रुप के सदस्य हैं... टीम इंडिया जहां-जहां खेलने जाती है, ग्रुप के सदस्य मैच देखने और टीम को सपोर्ट करने के लिए पहुंच जाते हैं... ग्रुप की अपनी वेबसाइट भी है... भारत आर्मी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर भी काफी एक्टिव रहती है... जब टीम इंडिया का मैच नहीं होता, तब यह ग्रुप क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करती है, और इसके अलावा चैरिटी के काम भी करती रहती है...
राम बाबू - धोनी का सबसे बड़ा फैन : चलिए, अब आपको राम बाबू से मिलाते हैं... जिस तरह सचिन तेंदुलकर के सबसे बड़े फैन होने का दावा सुधीर का है, उसी तरह मोहाली के रहने वाले राम बाबू टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सबसे बड़े फैन हैं... हर बार हाथ में झंडा और शरीर पर महेंद्र सिंह धोनी का नाम पेंट कर राम बाबू स्टेडियम में दिखाई देते हैं... जब उनके पास पैसा नहीं होता था, तो वह दोस्तों से उधार लेकर मैच देखने जाया करते थे... वैसे, राम बाबू प्राइवेट जॉब कर अपना परिवार चलाते हैं...
राम बाबू धोनी के लिए बांग्लादेश और श्रीलंका भी जा चुके हैं... राम बाबू का कहना है, धोनी भी उनकी मदद करते रहते हैं... 2014 में राम बाबू आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप देखने के लिए बांग्लादेश गए थे और उन्हें डेंगू हो गया... फिर धोनी को पता चला, और उन्होंने वहां के सबसे अच्छे डॉक्टर से उनका इलाज़ करवाया... धोनी ने राम बाबू को यह सलाह भी दी कि वह भारत लौट जाएं, लेकिन राम बाबू माने नहीं... फाइनल देखने के लिए बांग्लादेश में ही रुके रहे... आपको बता दें, टूर्नामेंट का फाइनल भारत और श्रीलंका के बीच हुआ था, जिसमें श्रीलंका ने टीम इंडिया को हराकर वर्ल्ड कप जीता था...
वैसे, सिर्फ यही तीन नहीं, ऐसे कई क्रिकेट फैन और ग्रुप और भी हैं, जो देश और अपने खिलाड़ियों की खातिर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं, और हमेशा अपने देश के झंडे को ऊंचाइयों पर देखना चाहते हैं...