महेंद्र सिंह धोनी का फाइल फोटो...
नई दिल्ली: बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया आखिरी वनडे 77 रनों के विशाल अंतर से जीतने में कामयाब रही। इस जीत ने वनडे सीरीज़ की हार के दर्द को थोड़ा कम जरूर किया है, लेकिन इस मुक़ाबले के दौरान भी टीम इंडिया की मुश्किलों ने पीछा नहीं छोड़ा।
टीम के तेज गेंदबाज़ों का प्रदर्शन एकदम लचर रहा। उमेश यादव ने 4 ओवरों में 33 रन दे दिए, वो भी बिना विकेट लिए। जबकि स्टुअर्ट बिन्नी ने 6 ओवरों में 41 रन दिए..उन्हें एक विकेट मिला।
यही वजह है कि जीत हासिल करने के बाद टीम के कप्तान एमएस धोनी ने कहा कि तेज गेंदबाज़ी के पहलू में टीम इंडिया में सुधार की जरूरत है।
वैसे सीरीज़ के तीनों वनडे मैचों में भारत के तेज गेंदबाज़ों का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा। उनकी गेंदों पर बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों ने आसानी से रन बटोरे।
धवल कुलकर्णी ने 2 मैचों में 15 ओवरों में 76 रन देकर केवल 3 विकेट लिए, जबकि भुवनेश्वर कुमार को 2 मैचों में 12 ओवरों में 69 रन देने के बाद 2 विकेट मिले। वहीं, इन दोनों के मुकाबले उमेश यादव ज्यादा महंगे साबित हुए। उन्होंने 2 मैचों के 12 ओवरों में 91 रन दे दिए और दो विकेट हासिल किए।
ऐसे में धोनी ने कहा है कि वनडे मुक़ाबले से पहले टीम को किस तरह के गेंदबाज़ चाहिए, इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचना होगा। उन्होंने कहा कि हमें ये देखना होगा कि हमें तेज गेंदबाज़ की जरूरत है या फिर वैसे गेंदबाज़ की जो बल्लेबाज़ों को गलती करने पर मज़बूर करे। हमारे पास तेज गेंदबाज़ तो हैं लेकिन वे टीम के लिए कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। ऐसे में ये समझना बहुत मुश्किल नहीं है कि टीम इंडिया को तेज गेंदबाज़ों की जगह उपयोगी गेंदबाज़ों की जरूरत है।