यह ख़बर 28 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

कोर्ट के निर्देशों के बावजूद श्रीनिवासन का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय

खास बातें

  • विवादों से घिरे एन श्रीनिवासन का बीसीसीआई की रविवार को चेन्नई में होने वाली आमसभा की बैठक में निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना तय है हालांकि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के कारण वह बतौर अध्यक्ष कार्यभार नहीं सभाल सकेंगे।
चेन्नई:

विवादों से घिरे एन श्रीनिवासन का बीसीसीआई की रविवार को चेन्नई में होने वाली आमसभा की बैठक में निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना तय है हालांकि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के कारण वह बतौर अध्यक्ष कार्यभार नहीं सभाल सकेंगे।

तमिलनाडु के कद्दावर खेल प्रशासक श्रीनिवासन तीसरी बार बीसीसीआई का अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। वह अध्यक्ष पद तभी संभाल सकेंगे जब बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा द्वारा दायर याचिका पर उच्चतम न्यायालय अंतिम फैसला सुना देगा।

ऐसी संभावना है कि श्रीनिवासन फिर जगमोहन डालमिया को बोर्ड का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाएं, लेकिन उन्हें अतिरिक्त अधिकार दिए जाने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में सचिव बनने जा रहे संजय पटेल को सभी जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होंगे जब तक उच्चतम न्यायालय श्रीनिवासन को पद संभालने की अनुमति नहीं दे देता।

न्यायाधीशों ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के सिलसिले में दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल होने के बावजूद श्रीनिवासन बीसीसीआई के पद पर डटे हुए हैं।

न्यायाधीशों ने स्पष्ट किया कि इस मामले का निबटारा होने तक वह बोर्ड के अध्यक्ष पद का कार्यभार नहीं ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही न्यायाधीशों ने सवाल किया, ‘यदि दामाद पर आरोप पत्र दाखिल किया गया है तो फिर वह प्रभारी (बीसीसीआई के अध्यक्ष) क्यों बने हुए हैं? आप (श्रीनिवासन) निर्वाचित होने के लिए इतने उत्सुक क्यों हैं?’

अध्यक्ष पद का नामांकन दाखिल करने के लिए एक प्रस्तावक और एक अनुमोदक की जरूरत होती है जो निवृतमान अध्यक्ष के ही जोन का होना चाहिए। गोवा क्रिकेट संघ और आंध्र क्रिकेट संघ पहले श्रीनिवासन का साथ नहीं देना चाहते थे, लेकिन तमिलनाडु के इस कद्दावर खेल प्रशासक और उनके विश्वासपात्रों ने उन्हें मना लिया। दक्षिण के छह संघ (तमिलनाडु सीए, आंध्र सीए, कर्नाटक राज्य सीए, केरल सीए, हैदराबाद सीए और गोवा सीए) उनके साथ है जिससे किसी दूसरे प्रत्याशी के उनके खिलाफ खड़े होने की संभावनायें धूमिल हो गई हैं।

इसके अलावा बीसीसीआई में शामिल राजनीतिक दिग्गजों के चुप्पी साध लेने से भी उनकी राह आसान हो गई है।

अधिकांश राज्य संघ जिन्हें वार्षिक अनुदान और अंतरराष्ट्रीय मैच मिलते हैं, श्रीनिवासन के साथ हैं। इसके अलावा सदस्यों को खुश रखने की उनकी रणनीति भी उनके पक्ष में रही है। महाबलीपुरम के एक लक्जरी रिसार्ट में सदस्यों के लिये दो दिन का प्रवास और कल रात शहर के पांच सितारा होटल में दी गई भव्य पार्टी इसके सबूत है।

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कल की एजीएम में कुछ और अहम फैसले लिये जाने हैं जिनमें आईपीएल के अगले अध्यक्ष पर निर्णय शामिल है। डालमिया और हरियाणा के अनिरूद्ध चौधरी के नाम की अटकलें लगाई जा रही है।