विजय शंकर को सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना झेलनी पड़ी
खास बातें
- 'चाहकर भी नहीं भूल पा रहा हूं फाइनल'
- 'दिनेश कार्तिक का मैच जिताने के लिए शुक्रगुजार हूं'
- 'मम्मी-पापा से सोशल मीडिया की चिंता न करने को कहा'
नई दिल्ली: रविवार को बांग्लादेश के खिलाफ निधास टी20 ट्रॉफी के फाइनल में जरुरत के मौके पर हत्थे से उखड़े नजरे आए तमिलनाडु के ऑलराउंडर विजय शंकर अपने खेल से अभी भी गम में हैं. लेकिन विजय इस एक खराब दिन को भुलाकर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. अब यह तो आप जानते ही हैं कि विजय शंकर को दिनेश कार्तिक से पहले बैटिंग करने भेजने पर भी खूब विवाद और चर्चा हुई थी. और यह मुद्दा अभी भी पूरी तरह से ठंड नहीं पड़ा है.
इस फाइनल मुकाबले में जहां दिनेश कार्तिक 8 गेंदों पर नाबाद 29 रन ठोककर बहुत बड़े हीरो बन गए, वहीं 19 गेंदों पर नाबाद 17 रन बनाने वाले विजय शंकर क्रिकेटप्रेमियों के निशाने पर आ गए हैं. वह तो ईश्वर की कृपा रही कि भारत मैच जीत गया. खुद न खास्ता अगर परिणाम उलट हो जाता है, विजय शंकर का दर्द, गम और स्थिति क्या होती है, यह आप बहुत ही अच्छी तरह से समझ सकते हैं.
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विजय शंकर ने कहा कि इस मैच पर मेरे माता-पिता और दोस्तों ने कुछ भी कहा. शंकर ने कहा कि फाइनल के एक खराब दिन ने उनके उस उचित प्रदर्शन पर पानी फेर दिया, जो उन्होंने सीरीज में गेंद के साथ किया. शंकर ने कहा कि वास्तव में यह मेरे लिए एक खराब दिन था, लेकिन इसे भूल पाना मेरे लिए मुश्किल हो रहा है. फाइनल तक मेरे लिए टूर्नामेंट अच्छा रहा था. सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना पर शंकर ने कहा कि मैं इसे समझ सकता हूं. अगर यही मैच मैंने जिता दिया होता, यही सोशल मीडिया मेरा गुणगान कर रहा होता. यह क्रिकेट का हिस्सा है, लेकिन यह भी सच है कि मैं मौके पर उचित प्रदर्शन नहीं कर सका.
VIDEO: मोहम्मद शमी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है. विजय शंकर ने कहा कि मेरे माता-पिता और दोस्तों ने इसलिए मुझसे कुछ नहीं कहा कि वे समझते हैं कि मैं किस हालात से गुजरा हूं. ये आपसे जुड़े अपने लोग ही समझ सकते हैं. लेकिन मैंने उन्हें मोबाइल पर मैसेज भेजे कि जो कुछ भी सोशल मीडिया पर चल रहा है, वे उसके बारे में बिल्कुल भी चिंता न करें.