अब पीसीबी चला 'विराट की राह', तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को झेलनी पड़ेगी यह सजा

अब पीसीबी चला  'विराट की राह', तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को झेलनी पड़ेगी यह सजा

पीसीबी का लोगो

लाहौर:

भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के फॉलो करने वाले ज्यादातर पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बाद अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी, PCB) ने भी कोहली के नियम-कायदों पर चलने का फैसला किया है. हालांकि, यह भले ही मानकों के लिहाज से कोहली (Virat Kohli) की बराबरी नहीं ही करता, लेकिन इसमें विराट से प्रेरणा की बात साफ तौर पर महसूस की जा सकती है. पीसीबी ने अपने खिलाड़ियों के लिए एक नया ही फरमान जारी किया है. यह फरमान उन तमाम खिलाड़ियों के लिए है, जो पीसीबी के साथ केंद्रीय अनुबंध से बंधे हैं. निश्चित ही, अब सभी खिलाड़ियों को खुद के ऊपर खासा काम करना होगा

यह भी पढ़ें:  श्रीलंका के ख‍िलाफ टी20 सीरीज से पहले सामने आया Virat Kohli का नया हेयरस्‍टाइल

पीसीबी ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि केंद्रीय अनुबंध प्राप्त खिलाड़ी फिटनेस टेस्ट में फेल हो जाएंगे उनके ऊपर जुर्माना लगाया जाएगा. आधिकारिक बयान के अनुसार राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में छह और सात जनवरी को चार चरण में फिटनेस टेस्ट आयोजित कराया जाएगा जिसमें पाकिस्तान टीम के स्ट्रैंग्थ एंड कंडीशनिगं कोच यासिर मलिक खिलाड़ियों को परखेंगे. कुल मिलाकर पीसीबी ने यह प्रेरणा भारतीय कप्तान से ली है. अगर भूल रहे हैं, तो ध्यान दिला दें कि यह विराट कोहली ही थे जिनकी पहल पर बीसीसीआई ने यो-यो टेस्ट को मंजूरी दी. और एक समय युवराज सिंह व सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी यह टेस्ट पास करने में नाकाम हो गए थे. 


यह भी पढ़ें:  U19 वर्ल्‍डकप-2018 का भारत का स्‍टार क्र‍िकेटर उम्र में धोखाधड़ी के कारण एक साल के लिए सस्‍पेंड

बहरहाल, पीसीबी द्वारा आयोजित किए जाने वाले फिटनेस टेस्ट में पांच एरिया पर ध्यान दिया जाएगा जिसमें फैट, स्ट्रैंग्थ, एंड्यूरेंस, स्पीड एंड्यूरेंस और क्रॉस फिट शामिल हैं. सभी को बराबर तवज्जो दी जाएगी. बयान के मुताबिक, "खिलाड़ी जो फिटनेस के न्यूनतम पैमाने को भी नहीं पास कर पाएंगे, उन पर उनके मानसिक वेतन का 15 फीसदी जुर्माना लगाया जाएगा और वो तब तक जारी रहेगा जब तक वह न्यूनतम पैमाने को हासिल नहीं कर लेते"

VIDEO: पिंक बॉल बनने की पूरी कहानी जान लीजिए, स्पेशल स्टोरी. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बयान में आगे कहा गया है, "जो खिलाड़ी निरंतर इस टेस्ट में फेल होंगे उन पर केंद्रीय अनुबंध से बाहर होने का खतरा होगा." अभी पाक खिलाड़ियों की इस पर प्रतिक्रिया नहीं आयी है, लेकिन यह पीसीबी का एक अच्छा और नेक नीयत से उठाया गया कदम है.