यह ख़बर 12 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

चैंपियंस लीग क्रिकेट में पाकिस्तान की टीम भी खेलेगी

खास बातें

  • भारत-पाक क्रिकेट संबंध टूटने के तीन साल से भी अधिक समय बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि उसे चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में पाकिस्तान की किसी टीम के हिस्सा लेने पर आपत्ति नहीं है।
नई दिल्ली:

मुंबई आतंकी हमले के कारण भारत-पाक क्रिकेट संबंध टूटने के तीन साल से भी अधिक समय बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि उसे चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में पाकिस्तान की किसी टीम के हिस्सा लेने पर कोई आपत्ति नहीं है।

नवंबर, 2008 में हुए आतंकी हमले ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों पर विराम लगाने के अलावा पाकिस्तान के खिलाड़ियों को लुभावनी इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने से भी महरूम कर दिया था। बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने बोर्ड की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, कार्यकारी समिति ने चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के लिए पाकिसतान से टीम को आमंत्रित करने का फैसला किया है।

इस फैसले का मतलब है कि शोएब मलिक की अगुआई वाली सियालकोट स्टैलियन्स की टीम अक्टूबर में होने वाली प्रतियोगिता में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करेगी, क्योंकि उसने घरेलू टी-20 खिताब जीता है।

श्रीनिवासन ने कहा, बीसीसीआई यह सिफारिश संचालन परिषद को करेगा। चैंपियंस लीग टी-20 पर बीसीसीआई, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का मालिकाना हक है। हम संचालन परिषद को सिफारिश करेंगे कि बीसीसीआई को कोई आपत्ति नहीं है और वह चैंपियंस लीग में पाकिस्तान से टीम को आमंत्रित करने को तैयार है।

श्रीनिवासन ने कहा, चैंपियंस लीग भारत में खेली जाएगी। जहां तक पाकिस्तान की टीम को आमंत्रित करने का सवाल है, तो यह संचालन परिषद करेगी। बीसीसीआई संचालन परिषद को सिफारिश करेगा, जो इस मामले में फैसला करेगी। बीसीसीआई को अपने इस कदम के लिए पड़ोसी देश से सराहना मिलने की उम्मीद है, क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, 2009 में चैंपियंस लीग के पहले टूर्नामेंट से अपनी टीम को इस टूर्नामेंट में शामिल कराने का प्रयास कर रहा है।

यह पूछने पर कि क्या यह फैसला पाकिस्तान के प्रति रुख में बदलाव है, तो श्रीनिवासन ने कहा, यह मुद्दा चैंपियंस लीग की संचालन परिषद के समझ रखा जाएगा। इसलिए इस साल टूर्नामेंट के संयोजन और टीमों की संख्या के अलावा इस पर भी चर्चा होगी कि किसे आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा, यह अहसास जताया कि गया है कि पाकिस्तान से भी टीम को आमंत्रित किया जा सकता है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

यह पूछने पर कि क्या यह पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने की दिशा में कदम है, श्रीनिवासन ने कहा, आज का फैसला चैंपियंस लीग तक सीमित है। इसलिए मैं इससे आगे कुछ नहीं कहना चाहता। मुंबई आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय शृंखला नहीं खेली गई है और दोनों देश सिर्फ कई देशों के टूर्नामेंट जैसे कि विश्व कप में ही आपस में भिड़े हैं।