पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष शहरयार खान के बयान ने पीसीबी को अजीब स्थिति में डाल दिया है (फाइल फोटो)
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) 2015 से 2023 के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन के लिए हुए एमओयू का सम्मान नहीं करने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से मुआवजे की मांग को लेकर शर्मनाक स्थिति में घिर गया है. पूर्व अध्यक्ष शहरयार खान ने पीसीबी को अजीब स्थिति में डाल दिया जब इस हफ्ते लाहौर में उन्होंने मीडिया से कहा कि बीसीसीआई के खिलाफ पाकिस्तान का मामला कमजोर है और उसे मुआवजा मिलने की संभावना नहीं है. शहरयार ने कहा कि पाकिस्तान का मामला कमजोर है क्योंकि एमओयू में नियम है कि दोनों देशों के बीच सभी सीरीज सरकार से स्वीकृति मिलने पर निर्भर करेंगी.
वीडियो: टीम इंडिया की सीरीज जीत में रोहित शर्मा चमके शहरयार ने कहा, ‘मीडिया को मेरे टिप्पणी को तोड़ मरोड़कर पेश नहीं करना चाहिए और पीसीबी की स्थिति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए.’लेकिन पीसीबी के लिए स्थिति उस समय बदतर हो गई जब टीवी चैनलों ने वीडियो फुटेज दिखा दी और इसे सोशल मीडिया पर भी डाल दिया जिसमें शहरयार कह रहे हैं कि कुछ मामलों में मुआवजे का पीसीबी का दावा कमजोर है. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि (एमओयू में) लिखा हुआ है कि सीरीज दोनों सरकारों (भारत और पाकिस्तान) की स्वीकृति से होगी और वे (बीसीसीआई) इसका हवाला दे सकते हैं और कह सकते हैं कि हम नहीं आ सकते क्योंकि हमारी सरकार हमें एनओसी नहीं दे रही.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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