रणजी ट्रॉफी : युवराज का शतक, स्वप्निल गुगाले का तिहरा शतक, अंकित के साथ 594 रन की रिकॉर्ड साझेदारी!

रणजी ट्रॉफी : युवराज का शतक, स्वप्निल गुगाले का तिहरा शतक, अंकित के साथ 594 रन की रिकॉर्ड साझेदारी!

युवराज सिंह ने रणजी ट्रॉफी में पंजाब की ओर से शतक लगाया (फाइल फोटो)

खास बातें

  • रणजी ट्रॉफी के पिछले दो मैचों में फेल रहे थे ऑलराउंडर युवराज सिंह
  • महाराष्ट्र के स्वप्निल-बावने ने रणजी में साझेदारी का बनाया रिकॉर्ड
  • एमपी की ओर से तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे ने झटके 8 विकेट
लाहली/मुंबई:

उम्मीद की जा रही थी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ होने जा रही वनडे सीरीज के पहले 3 मैच के लिए युवराज सिंह को शामिल किया जाएगा, लेकिन नई चयन समिति ने उन पर भरोसा नहीं जताया. अब युवराज ने रणजी ट्रॉफी में मध्यप्रदेश के विरुद्ध जोरदार सैकड़ा लगाकर न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम दो मैचों के लिए अपना दावा ठोक दिया है. हालांकि पिछली दो पारियों में युवराज बल्ले से कोई कमाल नहीं कर पाए थे. उनके साथ ही ऑलराउंडर गुरकीरत सिंह ने भी शतक जड़ा. इन दोनों की पारियों से पंजाब ने पहली पारी में 378 रनों का स्कोर खड़ा किया, वहीं एक अन्य मैच में मध्यप्रदेश के खिलाफ महाराष्ट्र के स्वप्निल गुगाले ने तिहरा शतक जड़ा, तो उनके साथी अंकित बावने ने दोहरा शतक लगाया और 594 रनों की किसी भी विकेट के लिए रिकॉर्डतोड़ साझेदारी की.

महाराष्ट्रvsदिल्ली : गुगाले-बावने ने बनाया रिकॉर्ड
जहां पंजाब-एमपी के मैच में कप्तान युवराज छाए रहे, वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली के बीच खेले जा रहे मैच में कार्यवाहक कप्तान स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने ने शतक ठोक कर अपनी टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया. कप्तान और ओपनर स्वप्निल गुगाले ने तिहरा शतक लगाया. उन्होंने 521 गेंदों का सामना कर नाबाद 351 रन (37 चौके, 5 छक्के) ठोके, जबकि अंकित बावने ने 500 गेंदों में 258 रन (18 चौके, 2 छक्के) की नाबाद पारी खेली. महाराष्ट्र ने 2 विकेट पर 635 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की. दोनों के बीच 594 रन की नाबाद साझेदारी हुई, जो रणजी के रिकॉर्ड में किसी भी विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी है. इससे पहले महाराष्ट्र की टीम ने दो विकेट 41 रन पर ही गंवा दिए थे.
 

स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने ने रणजी में साझेदारी का नया रिकॉर्ड बना दिया (फोटो : PTI)

पंजाबvsमध्यप्रदेश : युवी-गुरकीरत छाए
जब युवराज सिंह बैटिंग करने के लिए आए, तो उस समय पंजाब के 15 रन पर दो विकेट गिर चुके थे. ओपनर मनन वोहरा और उदय कौल पैवेलियन लौट चुके थे. हरभजन सिंह की जगह कप्तानी संभाल रहे युवराज ने शुरू में संभलकर खेलना शुरू किया और तीसरे विकेट के लिए दूसरे ओपनर जीवनजोत सिंह के साथ 180 रन जोड़े. जीवनजोत ने 172 गेंदों में 61 रन बनाए. इसके बाद युवी का साथ देने आए ऑलराउंडर गुरकीरत सिंह मान. मान ने युवी का बखूबी साथ निभाया और युवराज के साथ 156 रन जोड़कर पंजाब की स्थिति काफी हद तक संभाल ली. युवराज सिंह ने 295 गेंदों में 177 रन ठोके, जिसमें 24 चौके शामिल रहे. खास बात यह कि युवी ने पारी में एक भी छक्का नहीं लगाया. हालांकि पंजाब टीम के अंतिम 6 बल्लेबाज महज 27 रन जोड़कर पैवेलियन लौट गए.

ईश्वर पांडे ने लिए 8 विकेट
एमपी की ओर से तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे ने 36.2 ओवर में 102 रन देकर 8 विकेट लिए. उनके अलावा गौरव यादव और चंद्रकांत ने एक-एक विकेट लिया. पांडे ने पंजाब को दो शुरुआती झटके देकर एमपी को बढ़त दिला थी, लेकिन युवराज और गुरकीरत ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया.

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