बर्थडे स्‍पेशल : कभी टीम के ओपनर थे उथप्‍पा, अब गंभीर की तरह वापसी की उम्‍मीद

बर्थडे स्‍पेशल : कभी टीम के ओपनर थे उथप्‍पा, अब गंभीर की तरह वापसी की उम्‍मीद

रॉबिन उथप्‍पा आईपीएल में कई बेहतरीन पारियां खेल चुके हैं (फाइल फोटो)

खास बातें

  • शार्टर फॉर्मेट के शानदार खिलाड़ी माने जाते हैं रॉबिन उथप्‍पा
  • करियर के पहले वनडे में 86 रन की बेहतरीन पारी खेली थी
  • आईपीएल में विकेटकीपिंग में भी दिखाते रहे हैं जौहर

2007 के टी-20 वर्ल्‍डकप में विजेता ट्रॉफी के साथ टीम इंडिया के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी की फोटो अभी भी क्रिकेटप्रेमियों के दिमाग में ताजा होगी, लेकिन इस टीम के सदस्‍य रहे  कुछ खिलाड़ि‍यों की याद धूमिल पड़ती जा रही है. इस टीम में एक खिलाड़ी ऐसा था जिसने अपने प्रदर्शन से टीम इंडिया को 'विनिंग मोड' में लाने में अहम योगदान दिया था.

पाकिस्‍तान के खिलाफ ग्रुप मैच के मुकाबले में कर्नाटक के इस बल्‍लेबाज ने न सिर्फ अर्धशतक बनाया था बल्कि रेगुलर गेंदबाज नहीं होने के बावजूद बॉल आउट में (दोनों टीमों ने 141-141 रन बनाए थे और मैच टाई रहा था) स्‍टंप को हिट कर भारत की जीत में भूमिका निभाई थी. प्रबल प्रतिद्वंद्वी पाकिस्‍तान के खिलाफ ग्रु्प मुकाबले में मिली इस जीत के बाद टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा था और लगातार जीत हासिल करते हुए फाइनल में पाकिस्‍तान को ही हराकर चैंपियन बना था.

यहां बात हो रही है ओपनर रॉबिन उथप्‍पा की. 11 नवंबर 1985 को कर्नाटक के कुर्ग में जन्‍मे रॉबिन को शार्टर फॉर्मेट का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है, दुर्भाग्‍य से टीम मे स्‍थान बनाने के बाद हासिल मौकों का वे पूरी तरह से लाभ नहीं उठा सके और बाहर हो गए. रॉबिन को ताबड़तोड़ बल्‍लेबाजी करने में उन्‍हें महारत हासिल है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर वे विकेटकीपर की भूमिका भी अदा कर सकते हैं.  आईपीएल के कई मैचों में वे विकेटकीपर बल्‍लेबाज की हैसियत से उतर चुके हैं.

वनडे में 90 और टी20 में 118 के आसपास का स्‍ट्राइक रेट रखने वाले इस बल्‍लेबाज के पास हर तरह का स्‍ट्रोक है. टी-20 में आगाज के पहले 15 अप्रैल 2006 को इंदौर में अपने करियर के प्रारंभिक वनडे में ही उन्‍होंने 86 रन की बेहतरीन पारी खेलकर बड़ा सितारा बनने के संकेत दिए थे. अपने प्रारंभिक वनडे में ही  'रॉबी' मजबूती से शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन दुर्भाग्‍यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए. दो रन दौड़ते हुए उन्‍होंने लापरवाही का परिचय दिया. दूसरा रन पूरा करते हुए वे बैटिंग क्रीज तक तो पहुंच गए थे लेकिन बल्‍ले को जमीन पर नहीं टिका पाए. फलस्‍वरूप उन्‍हें रन आउट होना पड़ा. अगर उथप्‍पा रन आउट नहीं होते तो करियर के पहले वनडे में सेंचुरी जड़ने वाले भारतीय बल्‍लेबाज भी बन सकते थे.

टी20 वर्ल्‍डकप पाकिस्‍तान के खिलाफ ग्रुप मुकाबले के दौरान जब एक छोर से भारतीय विकेट की पतझड़ का दौर जारी था तब पहले क्रम पर आए रॉबिन विकेट पर डटे रहे. तेज गेंदबाज मो. आसिफ (चार विकेट) के कहर के बीच उन्‍होंने 39 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्‍कों की मदद से 50 रन बनाए. गौतम गंभीर इस मैच में 0, सहवाग 5, युवराज 1 और दिनेश कार्तिक 11 रन ही बना सके थे. उथप्‍पा के बाद टीम के टॉप स्‍कोरर कप्‍तान धोनी (33 रन) रहे थे. भारत की ओर से बनाए गए 141 रनों के जवाब में पाकिस्‍तानी टीम के कदम भी 20 ओवर में 141 रन (7 विकेट) पर जाकर रुक गए थे.

मैच टाई होने के बाद बॉल आउट का फैसला लिया गया था जिसमें दोनों टीमों के पांच-पांच गेंदबाजों को स्‍टंप को हिट करना था. भारत ने इसके लिए सहवाग, उथप्‍पा, श्रीशांत, पठान और हरभजन को नॉमिनेट किया था जबकि पाकिस्‍तान के लिए यह जिम्‍मेदारी तनवीर, अराफात, अफरीदी, उमर गुल और मो. आसिफ के पास था. भारत के लिए सहवाग, हरभजन और उथप्‍पा ने स्‍टंप को हिट किया जबकि अराफात, गुल और अफरीदी, तीनों स्‍टंप मिस कर गए. बॉल आउट में 3-0 से जीत भारत के खाते में आई थी. उथप्‍पा ने अब तक 46 वनडे में 25.94 के औसत से 934 रन बनााए हैं जबकि टी20 में उन्‍हें अब तक 13 मैच ही खेलने का मौका मिला है जिसमें उन्‍होंने 24.90 के औसत से 249 रन बनाए हैं. शॉर्टर फॉर्मेट के लिहाज से बात करें तो 31 साल के रॉबिन के लिए समय तेजी से निकलता जा रहा है. भारत की वनडे-टी20 टीम में फिर स्‍थान बनाने के लिए उन्‍हें धमाकेदार पारियां खेलनी होंगी...


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