राज्यसभा के दौरान सचिन तेंदुलकर की फाइल फोटो
खास बातें
- सचिन का आलोचकों को करारा जवाब!
- सांसदों सचिन से सीखो !
- मैदान पर हिट, संसद में भी हिट!
नई दिल्ली: साथी सांसदों और मीडिया द्वारा की गई आलोचना का जवाब सचिन तेंदुलकर ने अपने ही ढंग से दिया है. सचिन ने राज्यसभा सांसद के रूप में अपना पूरा वेतन और भत्ते प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दिया है. उनका कार्यकाल हाल में समाप्त हुआ था. पूर्व सपा नेता और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए सांसद नरेश अग्रवाल सहित कई सांसदों ने सचिन की राज्यसभा में उपस्थिति को लेकर आलोचना की थी.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी आभार पत्र जारी किया है जिसमें लिखा गया है कि प्रधानमंत्री ने इस सहृदयता के लिए आभार व्यक्त किया है. यह योगदान संकटग्रस्त लोगों को सहायता पहुंचाने में बहुत मददगार होगा. तेंदुलकर ने हालांकि सांसद निधि का अच्छा उपयोग किया था.
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उनके कार्यालय से जारी आंकड़ों में उन्होंने देश भर में 185 परियोजनाओं को मंजूरी देने तथा उन्हें आवंटित 30 करोड़ में से 7.4 करोड़ शिक्षा और ढांचागत विकास में खर्च करने का दावा किया. सांसद आदर्श ग्राम योजना कार्यक्रम के तहत तेंदुलकर ने दो गांवों को भी गोद लिया जिनमें आंध्र प्रदेश का पुत्तम राजू केंद्रिगा और महाराष्ट्र का दोंजा गांव शामिल हैं.
VIDEO: बीसीसीआई की क्लीन चिट मोहम्मद शमी के लिए बड़ी राहत की बात है. पिछले छह वर्षों में तेंदुलकर को वेतन के रूप में लगभग 90 लाख रूपये और अन्य मासिक भत्ते मिले थे.