सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में लक्ष्मण के साथ उस मैच से जुड़ी यादें ताजा कीं (फाइल फोटो)
खास बातें
- शारजाह में सचिन ने खेली थी 143 रन की तूफानी पारी
- ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर की थी 'धुलाई'
- यह पारी सचिन की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से है एक
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की सर्वश्रेष्ठ इंटरनेशनल पारी कौन सी है.बेशक इस प्रश्न पर सचिन के फैंस की अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन ज्यादा लोग शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी वनडे की पारी की सर्वश्रेष्ठ मानते हैं. अपनी इस पारी की बदौलत सचिन ने अकेले दम पर भारत को वर्ष 1998 में कोकाकोला कप के फाइनल में पहुंचा दिया था. बाद में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया को ही हराकर इस टूर्नामेंट को जीता था. वनडे में खेली गई सचिन की इस पारी को बेशक करीब 20 वर्ष हो चुके हैं लेकिन इसकी याद क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में अभी भी ताजा है.
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सचिन की इस बेहतरीन पारी को डेजर्ट स्टॉर्म ईनिंग्स का नाम दिया गया था. अपनी 143 रन की इस पारी के दौरान सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की ऐसी 'धुनाई' की थी कि वे (गेंदबाज) मैदान पर असहाय नजर आ रहे थे. उस पारी के दौरान ज्यादातर समय सचिन के साथ वीवीएस लक्ष्मण वीवीएस लक्ष्मण मौजूद थे. सचिन ने हाल ही में लक्ष्मण के साथ एक वीडियो इंटरव्यू में इस पारी के साथ जुड़ी यादों को ताजा किया.
iplt20.com पर इस इंटरव्यू में लक्ष्मण ने सचिन से बात करते हुए कहा, 'मैं अपने आपको खुशकिस्मत समझता हूं कि उस खास पारी के दौरान आपके साथ नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद था.' अपनी उस पारी को याद करते हुए सचिन ने खुलासा किया कि इस पारी के दौरान मैदान में ही लक्ष्मण पर चिल्लाने के कारण उन्हें अपने घर में बड़े भाई से डांट खानी पड़ी थी. सचिन ने बताया, 'मैं जब भारत वापस लौटा तो मेरे भाई ने तुम्हारे (लक्ष्मण के) ऊपर चिल्लाने को लेकर मुझे डांट लगाई. मेरे भाई ने मुझसे कहा, तुम मैदान के बाहर क्या कर रहे थे. वह टीम का तुम्हारा साथी है. वह तुम्हें सपोर्ट कर रहा था और तुम उस पर चिल्ला रहे थे. ' सचिन के अनुसार, 'मैंने कहा था कि मुझे इसका दुख है. मैं फिर कभी ऐसा नहीं करूंगा.'
वीडियो: जब सचिन तेंदुलकर ने रात में सड़क पर खेला क्रिकेट
लक्ष्मण ने कहा कि सचिन की यह पारी मेरी देखी हुई सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है. गौरतलब है कि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने माइकल बेवन की शतक की मदद से सात विकेट पर 284 रन बनाए थे. जवाब में सचिन के 143 रन की मदद से भारत ने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रहा था. हालांकि इस मैच में भारतीय टीम जीत से 26 रन दूर रह गई थी. टीम का टारगेट तूफान के कारण 46 ओवर में 277 रन निर्धारित किया गया था.