भारतीय गेंदबाजों की नाक में दम करने वाला पाक बल्लेबाज, जो एक घटना के बाद हो गया था क्रिकेट से दूर!

भारतीय गेंदबाजों की नाक में दम करने वाला पाक बल्लेबाज, जो एक घटना के बाद हो गया था क्रिकेट से दूर!

सईद अनवर का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा था (फाइल फोटो)

खास बातें

  • सईद अनवर ने वनडे में अपना सर्वोच्च स्कोर भारत के खिलाफ बनाया था
  • 194 रन की उनकी यह पारी 13 साल तक वनडे की सबसे बड़ी पारी रही
  • 2010 में सचिन तेंदुलकर ने अनवर का यह रिकॉर्ड ग्वालियर में तोड़ा था
नई दिल्ली:

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट की जब भी बात होती है, तो जावेद मियांदाद, इंजमाम उल हक जैसे महान खिलाड़ियों के साथ-साथ जिस पाकिस्तानी खिलाड़ी का जिक्र आता है, वह हैं ओपनर सईद अनवर. इस महान क्रिकेटर का जन्म 6 सितंबर 1968 को कराची में हुआ था. अनवर ने अपने क्रिकेट करियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शानदार खेल दिखा रहे इस बल्लेबाज को एक घटना ने इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने क्रिकेट से दूरी बना ली, फिर वापस भी लौटे, लेकिन लंबे समय तक नहीं खेल पाए. आइए अनवर के भारत के खिलाफ रिकॉर्ड और उनकी इस घटना के बारे में जानते हैं...

13 साल रहा शहंशाह, फिर सचिन निकले आगे...
सईद अनवर के भारत के खिलाफ दबदबे को आप इसी से समझ सकते हैं कि उन्होंने अपने वनडे करियर का सर्वोच्च स्कोर टीम इंडिया के खिलाफ ही बनाया था, जो 13 साल तक वनडे का भी एक पारी का सर्वोच्च स्कोर रहा था. बाद में उनका यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर ने 2010 में ग्वालियर में 200 रन की नाबाद पारी खेलकर तोड़ा था. अनवर ने मई 1997 में चेन्नई में भारत के खिलाफ खेली गई इस पारी में 146 गेंदों का सामना किया था और 194 रन (22 चौके, 5 छक्के) बनाए थे. एक समय लग रहा था कि वह वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगा देंगे, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने उन्हें गांगुली के हाथों कैच करा दिया था. उन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ 50 मैच खेले, जिनमें 43.52 के औसत से 2002 रन बनाए. उन्होंने भारत के खिलाफ 4 शतक और 8 फिफ्टी लगाईं. वनडे में भारत के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने वाले पाकिस्तानी बल्लेबाजों में वह इंजमाम उल हक (2403 रन) के बाद दूसरे नंबर पर हैं.

कुछ ऐसा हुआ कि क्रिकेट से मोह हो गया भंग...
पेशे से इंजीनियर सईद अनवर का क्रिकेट करियर शानदार चल रहा था कि अचानक एक ऐसी घटना हो गई, जिससे अनवर का अपने प्रिय खेल से मोहभंग हो गया. उनकी बेटी बिसमाह लंबे समय से बीमार चल रही थी और 2001 में उसका निधन हो गया. इससे अनवर को इतना दुख पहुंचा कि वह क्रिकेट से दूर हो गए. उन्होंने अध्यात्म की ओर रुख कर लिया और पाकिस्तान में इस्लाम के प्रचार-प्रसार में लग गए. दो साल तक वह क्रिकेट के मैदान पर बिल्कुल भी नजर नहीं आए. हालांकि 2003 में उन्होंने क्रिकेट मैदान पर दोबारा कदम रखा और पाक टीम में उनकी वापसी भी हुई, लेकिन कुछ माह बाद ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया. खास बात यह कि उन्होंने 2003 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक रन बनाए, जिसमें भारत के खिलाफ शतक भी शामिल रहा.
 


अनवर-सोहेल की जोड़ी ने किया भारत को खासा परेशान
सईद अनवर और आमिर सोहेल की ओपनिंग जोड़ी ने भारत को सबसे अधिक परेशान किया. इस जोड़ी का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. सोहेल जहां आक्रामक बल्लेबाजी करते थे, वहीं अनवर को क्लासिकल टच के लिए जाना जाता था. इस पाकिस्तानी जोड़ी ने भारत के खिलाफ 1991 से 1998 के बीच 21 मैच खेले और 1053 रन बनाए. उनकी बेस्ट साझेदारी 144 रन की रही और औसत 50.14 रहा, जो वनडे के हिसाब से बेहद अच्छा है. सोहेल के बाद सईद अनवर ने शाहिद अफरीदी के साथ भी लंबी साझेदारी की. दोनों ने मिलकर भारत के खिलाफ 27 पारियों में 882 रन बनाए.

सईद अनवर ने पाकिस्तान के लिए 55 टेस्ट में 45.52 के औसत से 4,052 रन बनाए थे, जबकि 247 वनडे में उनके नाम 8,824 रन ठोके, जिनमें 20 शतक और 63 अर्धशतक शामिल थे और उनका औसत 39.21 रहा.

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