मदन लाल भारतीय टीम के कोच और चयनकर्ता भी रह चुके हैं (फाइल फोटो)
खास बातें
- चयन समिति सदस्यों को 15-15 लाख रु. देने की हुई है घोषणा
- मदन लाल ने ट्वीट किया, यह पढ़कर मुझे हैरानी हुई है
- चयन समिति को खराब नहीं, सर्वश्रेष्ठ टीम ही चुननी होती है
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने अच्छी टीम के चयन के लिए पुरुष और महिला चयनसमिति के हर सदस्य को नकद पुरस्कार देने की घोषणा पर ऐतराज जताया है. उन्होंने पुरुष और महिला चयनसमिति के प्रत्येक सदस्य को ‘अच्छी टीम के चयन’ के लिए 15 लाख रुपये देने की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की घोषणा की तीखे शब्दों में आलोचना की है. गौरतलब है कि प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना एडुलजी ने कल घोषणा की थी बीसीसीआई पुरुष और महिला दोनों चयनसमिति के सदस्यों को पुरस्कृत करेगी.
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इस फैसले पर अपनी नाराजगी जताते हुए भारतीय टीम के मुख्य कोच और राष्ट्रीय चयनकर्ता रहे मदनलाल ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘पढ़कर हैरान हूं कि चयनकर्ताओं को सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन करने के लिए 15 लाख रुपये दिये जाएंगे. उन्हें खराब नहीं, सर्वश्रेष्ठ टीम का ही चयन करना होता है.’
सच्चाई यह है कि दोनों चयनसमितियों को अच्छा खासा वेतन भी मिलता है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी से जब मदनलाल की टिप्पणी के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, ‘इससे पहले भी चयनकर्ताओं को टीम के अच्छे प्रदर्शन पर वित्तीय तौर पर पुरस्कृत किया गया.
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उन्होंने कहा कि भारतीय पुरुष टीम ने जब 2011 में विश्व कप जीता तो कृष्णमाचारी श्रीकांत की अगुवाई वाली चयनसमिति को मोटी धनराशि दी गई.’ गौरतलब है कि वर्ल्डकप-1983 में कपिल देव के नेतृत्व में चैंपियन बनी भारतीय क्रिकेट टीम में मदन लाल भी शामिल थे. टूर्नामेंट के फाइनल में विव रिचर्ड्स का विकेट उन्होंने ही हासिल किया है. रिचर्ड्स के आउट होने के बाद ही मैच में भारत की जीत का रास्ता प्रशस्त हुआ था.
(इनपुट : भाषा)