शाहिद अफरीदी कई बार विवादों में भी रहे हैं (फाइल फोटो)
खास बातें
- शाहिद अफरीदी पेशावर जाल्मी के अध्यक्ष भी थे
- उन्होंने टीम की कप्तानी डेरेन सैमी को सौंप दी थी
- मैच फिक्सिंग पर अफरीदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी
नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के धुरंधर बल्लेबाज रहे पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी हर समय चर्चा में रहते हैं. वह समय-समय पर सोशल मीडिया पर भी अपने विचार रखते रहे हैं. पिछले कुछ समय से वह पाकिस्तान सुपर लीग में सामने आई मैच फिक्सिंग के मुद्दे पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. अब उन्होंने शनिवार को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) की फ्रेंचाइजी पेशावर जाल्मी से खुद को अलग कर लिया है. हालांकि इसका कारण उन्होंने मैच फिक्सिंग को नहीं बताया है, बल्कि इसकी अन्य वजह बताई है. अफरीदी ने फ्रेंचाइजी से अलग होने की जानकारी सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के माध्यम से दी. अफरीदी ने पीएसएल के दूसरे संस्करण की शुरुआत से पहले अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कप्तानी छोड़ते हुए उसे वेस्टइंडीज के डैरेन सैमी को कप्तानी सौंप दी थी.
शाहिद अफरीदी ने ट्वीट किया कि वह पीएसएल की फ्रेंचाइजी पेशावर जाल्मी के अध्यक्ष और खिलाड़ी के तौर पर खुद को अलग कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह ऐसा व्यक्तिगत कारणों से कर रहे हैं.
उन्होंने लिखा, "मैं एक टीम के साथ रहते हुए कप जीता, अब दूसरी टीम की बारी है. मैं पेशावर जाल्मी से अपनी अध्यक्ष और खिलाड़ी की सेवा को व्यक्तिगत कारणों से समाप्त कर रहा हूं."
शाहिद अफरीदी के संकेतों को समझें तो वह आने वाले संस्करण में पीएसएल की दूसरी फ्रेंचाइजी से खेल सकते हैं. उन्होंने लिखा है कि वह एक टीम से यह ट्रॉफी जीत चुके हैं और अब दूसरी टीम से जीतने का समय आ गया है.
अफरीदी ने पेशावर जाल्मी को अपनी शुभकानाएं भी दीं और कहा कि उन्हें फैन्स की चिंता नही है, क्योंकि वह (अफरीदी) जहां जाएंगे, फैन्स भी वहीं जुड़ जाएंगे.
मैच फिक्सिंग पर दी थी यह प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान सामने आए स्पॉट फिक्सिंग विवाद में अब तक पांच खिलाड़ियों को संदेह के घेरे में निलंबित किया जा चुका है. शाहिद अफरीदी ने पूर्व में सामने आए मामलों को लेकर बोर्ड की ओर से लापरवाही बरते जाने का संकेत देते हुए कहा था कि हमने पहले के खिलाड़ियों को एक समय के बाद राहत देकर अच्छा नहीं किया. अफरीदी ने मैच फिक्सिंग के दोषी रहे मोहम्मद आमिर आदि की वापसी का भी विरोध किया था.
शाहिद अफरीदी ने इस मामले पर जियो न्यूज चैनल से कहा था, ‘समस्या यह है कि ये स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण पाकिस्तानी क्रिकेट को नुकसान पहुंचाना जारी रखेंगे क्योंकि हमने उदाहरण पेश नहीं किए. जो खिलाड़ी इसमें लिप्त होकर दोषी पाए गए थे, उन्हें सजा नहीं दी.’
उन्होंने कहा था, ‘मेरा कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी फिक्सिंग में दोषी पाया जाता है तो उसे घरेलू क्रिकेट में भी खेलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. बीते समय में हमने कड़े फैसले नहीं किए. अगर इन खिलाड़ियों को चार या पांच साल की सजा काटने के बाद फिर से खेलने की अनुमति दे दी जाती है तो कोई फायदा नहीं.’