नए सीजन से दलीप ट्रॉफी हटाने का हो गया फैसला लेकिन सौरव गांगुली को नहीं दी गई सूचना

बीसीसीआई की ओर से 2017-2018 घरेलू सत्र से दलीप ट्रॉफी हटाने के बारे में फैसला ले लिया गया, लेकिन आश्‍चर्यजनक रूप से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एवं क्रिकेट बोर्ड के तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली को इस बारे में सूचना नहीं दी गई थी.

नए सीजन से दलीप ट्रॉफी हटाने का हो गया फैसला लेकिन सौरव गांगुली को नहीं दी गई सूचना

सौरव गांगुली क्रिकेट बोर्ड की तकनीकी समिति के अध्यक्ष हैं (फाइल फोटो)

खास बातें

  • बोर्ड की तकनीकी समिति के अध्‍यक्ष हैं सौरव गांगुली
  • बैठक में हुआ था पिंक बॉल से मैच कराने का निर्णय
  • गांगुली ने अब दलीप ट्राफी को कार्यक्रम से हटाने का कारण पूछा
नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से  2017-2018 घरेलू सत्र से दलीप ट्रॉफी हटाने के बारे में फैसला ले लिया गया, लेकिन आश्‍चर्यजनक रूप से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एवं क्रिकेट बोर्ड की तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली को इस बारे में सूचना नहीं दी गई थी. गौरतलब है कि जुलाई  में कोलकाता में बोर्ड की तकनीकी समिति की बैठक में यह फैसला किया गया था कि इस सत्र में भी पिछले सत्र की तरह गुलाबी गेंद से दलीप ट्रॉफी के मैच कराए जाएंगे. हालांकि, हाल ही में बीसीसीआई की ओर से जारी घरेलू कार्यक्रम में दलीप ट्रॉफी को जगह नहीं दी गई.

घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम के जारी होने के बाद गांगुली ने बोर्ड के महाप्रबंधक एमवी श्रीधर से दलीप ट्रॉफी को घरेलू कार्यक्रम से हटाने का कारण पूछा है. गांगुली ने इस सिलसिले में हैदराबाद के इस पूर्व कप्तान को पत्र लिखा जिसकी प्रति पीटीआई के पास है. श्रीधर को भेजे ई-मेल में गांगुली ने कहा, ‘मीडिया से मुझे जानकारी मिली कि इस वर्ष शायद दलीप ट्रॉफी का आयोजन नहीं होगा. मुझे यह नहीं पता कि यह सही है या नहीं लेकिन अगर आपको याद हो तो तकनीकी समिति की पिछली बैठक में गुलाबी गेंद से दलीप ट्रॉफी कराने की सहमति बनीं थी जिसके तहत पिछले वर्ष की तर्ज पर इस साल भी उसका आयोजन करना था.’यह भी पता चला है कि गांगुली ने उत्तर भारत में बरसात की मौसम को देखते हुए टूर्नामेंट को हैदराबाद या दक्षिण भारत के किसी शहर में कराने का सुझाव दिया था.

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बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘दलीप ट्रॉफी का आयोजन पहले मोहाली या धर्मशाला में कराने का सुझाव मिला था लेकिन बरसात के कारण मैचों पर पानी ना फिरे इसलिये गांगुली ने सुझाव दिया था कि इसका आयोजन दक्षिण भारत में किया जाये. उनके प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.’आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला चाहते थे कि इन मैचों का आयोजन यूपीसीए की मेजबानी में लखनऊ में निर्मित नये क्रिकेट स्टेडियम में हो. हालांकि, पहले से काफी व्यस्त कार्यक्रम के कारण बीसीसीआई के लिये दलीप ट्रॉफी का अब आयोजन करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन रसूखदार लोगों के दबाव के कारण बोर्ड को इसके लिये सितंबर में दो सप्ताह निकालना पड़ सकता है.

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सितंबर के आखिर में न्यूजीलैंड की ए टीम चार सप्ताह के भारत दौरे पर आ रही है जहां वह भारत ए के साथ दो चार दिवसीय मैच के अलावा पांच मैचों की एकदिवसीय मैच की सीरीज भी खेलेगी. चार दिवसीय मैच विजयवाड़ा में 23 से 26 सितंबर और 30 सितंबर से तीन अक्‍टूबर के बीच होंगे जबकि एक दिवसीय मैच 6, 8, 10, 12 और 14 अक्‍टूबर को विशाखापट्नम में खेले जाएंगे.

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बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि सितंबर-अक्‍टूबर में भारतीय टीम के शीर्ष खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में चयन के लिये मौजूद नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस दौरान शीर्ष खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के साथ वनडे सीरीज की तैयारी में होंगे तो वही दूसरे दर्जे के खिलाड़ी न्यूजीलैंड की ए टीम के साथ मुकाबले में शामिल होंगे. इसलिये दलीप ट्रॉफी में देश के शीर्ष 30-32 खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पायेंगे. जो खिलाड़ी मौजूद है वे इनके बाद के 30 खिलाड़ी होंगे जोकि राष्ट्रीय टीम में जगह बनने की जद्दोजहद में अभी शामिल नहीं है. (इनपुट: भाषा)


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