हाशिम अमला ने खाता खोलने के लिए 46 गेंदें खेलीं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: दिल्ली टेस्ट में हार से बचने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने बड़े शॉट नहीं खेले, चौके नहीं मारे, सिंगल नहीं चुराए, बस बल्ला अड़ाए रखा और टेस्ट को बोरिंग कर दिया। जहां हाशिम अमला ने पहला रन बनाने के लिए 46 गेंदें खेलीं, एबी डिविलियर्स ने पहले रन के लिए 33 गेंदें खाई, वहीं डु प्लेसिस ने 53 गेंदों के बाद खाता खोला। अब सवाल यह उठता है कि -
- क्या ये नकारात्मक क्रिकेट नहीं है
- क्या टेस्ट की नंबर एक टीम को ऐसे खेलना चाहिए
- क्या प्रोटियाज हार से इतना ज्यादा घबराते हैं
विरोधी कप्तान हाशिम अमला, तो सबसे आगे रहे। यदि वो जडेजा की गेंद पर आउट नहीं होते, तो सबसे धीरे खेलने का रिकॉर्ड उनके नाम होता। सबसे धीमी पारी हमीन मोहम्मद ने खेली थी, उन्होंने 20 रन बनाने के लिए 223 गेंदों का सामना किया था। इसके बाद नंबर आ गया है हाशिम अमला का, जिन्होंने 25 रन बनाने के लिए 244 गेंदें खाईं।
डिफेंस करते-करते एबी डिविलियर्स को हाथ पर चोट भी लगी, लेकिन बल्ला अड़ाकर खेलने से वो बाज नहीं आए। आलम यह था कि दक्षिण अफ्रीका ने 100 ओवर की बल्लेबाजी के बाद सिर्फ 90 रन बनाए थे, जो टेस्ट क्रिकेट में एक रिकॉर्ड है। हालांकि कई जानकार प्रोटियाज की इस डेफेंसिव रणनीति को उनकी काबलियत भी मान रहे हैं।