यह ख़बर 17 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

स्पॉट फिक्सिंग : द्रविड़ ने कहा, आरोपी खिलाड़ियों से खुद को ठगा-सा महसूस किया

खास बातें

  • दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते राजस्थान रॉयल्स के कप्तान राहुल द्रविड़ से उनके बेंगलुरु स्थित आवास पर अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में सिर्फ औपचारिक प्रश्न पूछे तथा उनके बयानों को गवाही के रूप में दर्ज किया।
नई दिल्ली / बेंगलुरु:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीम राजस्थान रॉयल्स के कप्तान राहुल द्रविड़ का अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बयान दर्ज किया।

संयुक्त पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) एमएम ओबेरॉय ने बताया, हमने अपराध प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 161 के तहत राहुल द्रविड़ का बयान उनके बेंगलुरु स्थित आवास पर पिछले बुधवार को दर्ज किया। ओबेरॉय ने यह भी बताया कि द्रविड़ को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है।

उन्होंने बताया, राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के रूप में उनसे सिर्फ औपचारिक प्रश्न पूछे गए तथा उनके बयानों को गवाही के रूप में दर्ज किया गया। द्रविड़ ने स्पेशल सेल के समक्ष दर्ज कराए गए अपने बयान में कथित तौर पर कहा कि अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों के फिक्सिंग में शामिल होने की बात जानकर वह सकते में आ गए थे और उन्हें दुख हुआ कि उनके साथियों ने ही उन्हें धोखा दिया।

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इन तीनों खिलाड़ियों - श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला के बारे में द्रविड़ ने कहा, "मुझे इन तीनों पर कभी कोई शक नहीं हुआ था... मैं वैसे भी खिलाड़ियों को मैच-दर-मैच प्रदर्शन के आधार पर चुनता था।" द्रविड़ के अलावा पुलिस फिलहाल दक्षिण अफ्रीका में मौजूद राजस्थान रॉयल्स के कोच पैडी उपटॉन का बयान भी दर्ज करने की योजना बना रही है।