नई दिल्ली: सुनील गावस्कर ने एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत में कहा कि रांची की पिच पर सवाल उठाने वाले ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया अपनी टीम के लिए सपोर्ट स्टाफ की तरह है. जैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास फिजियो है, ट्रेनर है, मैस्योर आदि हैं. उसी तरह से ऑस्ट्रेलियाई मीडिया भी उनके लिए ही काम करती है..उन्हें गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं.
गावस्कर ने कहा कि भारतीय और उपमहाद्वीप की पिचों पर हमेशा से ही उंगली उठती है..लेकिन जब यह टीमें विदेश जाती हैं और गेंद पहली बॉल से स्विंग और सीम होती है तब कोई सवाल नहीं उठता..आईसीसी की रेटिंग में पुणे की पिच को पुअर और बेंगलुरु की पिच को बिलो एवरेज रेटिंग मिली..लेकिन गावस्कर ने एनडीटीवी इंडिया पर कहा कि जहां तक पुणे की पिच का सवाल है वो उसे बिलो एवरेज मानेंगे लेकिन वो पिच भी पुअर नहीं थी..और बेंगलुरु की पिच में कोई खराबी नहीं थी.
भारतीय टीम पर इस तरह की पिच देने का दांव भारी न पड़ जाए. इस सवाल पर गावस्कर ने कहा कि रांची में पिच उस तरह की होगी जैसी इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड सीरीज़ में थी..न कि जैसा इस सीरीज़ के पहले दो मैचों में देखने को मिला.
लेकिन उन्होंने ये माना कि कंगारू टीम को रांची में दिक्कत पेश आ सकती है..जिस तरह से उनके अहम तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क अब टीम में नहीं हैं ऐसे में उनकी कमी टीम को खल सकती है..लेकिन उनकी जगह टीम में जैकसन बर्ड को जगह मिल सकती है जो किसी तौर पर कम गेंदबाज नहीं हैं....मिचेल मार्श की जगह मैक्सवेल को मौका मिल सकता है.