सुनील गावस्कर की फाइल फोटो
नई दिल्ली: महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने रविवार को घरेलू रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट को लेकर बड़ा बयान दिया है. निश्चित तौर पर गावस्कर (Sunil Gavaskar) का यह बयान बीसीसीआई और उसके अध्यक्ष सौरव कांगुली पर दबाव बनाने का काम करेगा. कारण यह भी है कि खुद सौरव गांगुली भी कुछ ऐसी ही बातें कहते रहे हैं, जैसी गांगुली न केवल पिछले कई सालों के दौरान करते रहे बल्कि बीसीसीआई बॉस बनने के बाद भी उन्होंने इसको लेकर सार्वजनिक तौर पर बयान दिया. ऐसे में सुनील गावस्कर का बयान बीसीसीआई पर असर जरूर करना चाहिए क्योंकि उन्होंने एक जायज बात कही है.
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सनी ने कहा है कि देश के शीर्ष प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्राफी में जब तक खिलाड़ियों की मैच फीस में भारी भरकम इजाफा नहीं किया जाता तब तक यह लुभावनी इंडियन प्रीमियर लीग की बराबरी नहीं कर सकती. रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए एक खिलाड़ी को प्रति मैच लगभग ढाई लाख रुपये मिलते हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक खिलाड़ियों को काफी कम मैच फीस मिलती थी.
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गावस्कर ने कहा कि इस इजाफे के बावजूद इस प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को होने वाली कमाई मामूली है. उन्होंने कहा कि‘रणजी ट्रॉफी पर आईपीएल का दबदबा रहता है. जब तक कि मैच फीस में बड़ा इजाफा नहीं किया जाता तब तक इसे अनाथ और भारतीय क्रिकेट का रिश्ते का गरीब भाई ही माना जाएगा.' गावस्कर ने अपनी बात कह दी है. अब यह देखने वाली बात है कि सौरव गांगुली इस बाबत कोई फैसला भी लेते हैं या फिर उनकी बातें सिर्फ बातें ही बनकर रह जाएंगी.
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ऑस्ट्रेलिया में 1985 में बेनसन एंड हेजेस विश्व सीरीज में खिताबी जीत के दौरान भारतीय टीम की अगुआई करने वाले महान बल्लेबाज यहां 26वें लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान के दौरान बोल रहे थे.