नई दिल्ली: कोलंबो टेस्ट के दूसरे दिन दोनों टीमों ने कुल मिलाकर 214 रन जोड़े जिसमें टीम इंडिया के बल्लेबाजों के नाम 74 रन रहे। सीरीज में 1-0 से आगे चल रही श्रीलंकाई टीम ने 3 विकेट खोकर 140 रन बना लिए हैं, लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का मानना है कि टीम इंडिया के गेंदबाज मेजबान टीम के बल्लेबाजों को अंकुश लगाने में कामयाब रहे हैं। कोच का मानना है कि पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को कम से कम 100 रनों की बढ़त हासिल हो सकती है। यानी टीम मैनेजमेंट मेजबान टीम को 290 के स्कोर से पहले रोकने की कोशिश करेगी।
कोलंबो में दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले श्रीलंकाई टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज 51 रन (118 गेंदों पर) बनाकर आऊट हुए। उनका मानना है कि तीसरे दिन का पहला सत्र उनके लिए बेहद अहम रहेगा। फिलहाल श्रीलंकाई टीम, भारतीय टीम से 253 रन पीछे है। पहले सत्र में भारतीय गेंदबाज अगर पिच और माहौल का फायदा उठा पाते हैं तो टीम इंडिया मैच में जीत की राह बना सकती है।
दूसरे दिन भारतीय गेंदबाज विकेटों के लिहाज से असरदार नहीं दिखे। ईशांत 10 ओवर में कोई विकेट नहीं, उमेश यादव 11 ओवर में एक विकेट, आर अश्विन 14 ओवर में एक विकेट, अमित मिश्रा 7 ओवर में एक विकेट और स्टुअर्ट बिन्नी 11 ओवर में कोई विकेट नहीं का आंकड़ा बहुत ज़्यादा प्रभावित नहीं करता।
यह और बात है कि टीम इंडिया के गेंदबाजी के कोच भरत अरुण इसे संतोषजनक प्रदर्शन की तरह पेश कर रहे हैं। अरूण का मानना है कि कोलंबो की पी सारा ओवल की पिच में दरार आने लगी है और स्पिनर्स अगले तीन दिनों में इसका ज्यादा फायदा उठा सकेंगे। कोच यह भी मानते हैं कि कोलंबो की पिच गॉल की पिच से ज्यादा हार्ड है और इस पर गेंदबाज़ों को बेहतर उछाल मिलेगी।
श्रीलंकाई टीम ने 2.64 रन प्रति ओवर की दर से 53 ओवर में 140 रन जोड़े। कोच भरत अरुण का मानना है कि मेज़बान टीम को 3 रन प्रति ओवर की दर के नीचे रखना टीम इंडिया की कामयाबी है। कोच खासकर स्टुअर्ट बिन्नी की गेंदबाज़ी के भी कायल दिखे, लेकिन टीम इंडिया को जीत चाहिए तो देर होने से पहले गेंदबाजों को विकेटों की राह बनानी होगी।