आतंकियों की गोलियां खाने वाला अंपायर मैदान में उतरने को तैयार

पाकिस्तानी अंपायर अहसान रजा की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के स्थानीय अंपायर अहसान रजा 2009 में श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर हुए हमले के दौरान आतंकियों की गोलियों से जख्मी हो गए थे। मार्च 2009 में जब आतंकवादियों ने श्रीलंकाई टीम बस को निशाना बनाया था, उस हमले में आठ लोगों की मौत हुई थी और सात श्रीलंकाई खिलाड़ी जख्मी हुए थे। अंपायर अहसान रजा को भी कई गोलियां लगीं थी और वे एक महीने तक मौत से संघर्ष करते रहे।

लेकिन अब अहसान रजा नई शुरुआत के लिए एकदम तैयार हैं। 40 साल के रजा को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जिंबाब्वे के खिलाफ होने वाली सीरीज़ के लिए अंपायर नियुक्त किया है। पीसीबी के मुताबिक सीरीज में अहसान रजा, अलीम दार, शोजाब रजा, अहमद शाहाब, खालिद महमूद के अलावा जिंब्बावे के अंपायर रसेल टिफिन अंपायरिंग करेंगे।

आईसीसी ने इस सीरीज़ के लिए अंपायर भेजने से इनकार किया है, इसके बाद पीसीबी ने सीरीज के लिए अंपायरों की घोषणा की है।

जिंबाब्वे की टीम पहली ऐसी इंटरनेशनल टीम है जो छह साल बाद पाकिस्तान का दौरा कर रही है। इस दौरे में जिंबाब्वे की टीम दो टी-20 मैच और तीन वनडे मैच खेलेगी। सुरक्षा कारणों से सभी मैच लाहौर में खेले जाएंगे। टी-20 मुक़ाबले 22 और 24 मई को होंगे जबकि वनडे मुक़ाबले 26, 29 और 31 मई को खेले जाएंगे।

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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुताबिक जिंबाब्वे क्रिकेट टीम की सुरक्षा के लिए 6000 जवानों को लगाया गया है।