जरूरत पड़ी तो टेस्ट में ओपनिंग के लिए भी तैयार : विराट कोहली

जरूरत पड़ी तो टेस्ट में ओपनिंग के लिए भी तैयार : विराट कोहली

विराट कोहली (फाइल फोटो)

श्रीलंकाई दौरे की ऐतिहासिक कामयाबी के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को थोड़ा समय आराम के लिए मिला है, तो खिलाड़ी विज्ञापनों के अलावा अपनी ट्रेनिंग पर भी काम कर रहे हैं।

टेस्ट कप्तान विराट कोहली मानते हैं कि श्रीलंका में मिली कामयाबी कि एक वजह यह भी रही कि जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों की बैटिंग पोजिशन तय की गई। वह कहते हैं कि ये फॉर्मूला उन पर भी उतना ही लागू होता है और जरूरत पड़ी तो वह ओपनिंग के लिए भी तैयार हैं।

विराट कोहली कहते हैं, "टेस्ट में मैं अलग-अलग बैटिंग पोजिशन पर बल्लेबाजी करता दिख सकता हूं। जरूरत पड़ी तो ओपनिंग भी कर सकता हूं।" विराट ये भी कहते हैं कि टेस्ट में अपनी बैटिंग पोजिशन के बारे में वह यकीन के साथ नहीं कह सकते, लेकिन वनडे में उन्हें नंबर 3 पर बल्लेबाजी करना बेहद पसंद है।

विराट कहते हैं, "मैंने वनडे में लंबे समय तक नंबर 3 पर बल्लेबाजी की है। वहां मुझे अंदाजा होता है कि किस हिसाब से बल्लेबाजी करनी है, लेकिन टेस्ट में सचिन पाजी के रियाटर होने के बाद मुझे 4 नंबर दे दिया गया। पुजारा नंबर 3 पर अपनी जगह बना चुके थे।"

टीम के दूसरे खिलाड़ी कप्तान की भाषा अच्छी तरह समझते नज़र आ रहे हैं। वे कहते हैं कि विराट अपनी टीम के सभी खिलाड़ियों को पूरी तरह सपोर्ट करते हैं, जिससे टीम में तालमेल काफी अच्छा हो गया है।

विकेट लेने में माहिर ऑफ स्पिनर आर अश्विन कहते हैं, "उन्होंने टीम में सबका पूरी तरह से साथ दिया है। वह जिसका भी समर्थन करते हैं, उसे आखिर तक सपोर्ट करते हैं। यह बड़ी बात है।" 21 विकेट लेकर मैन ऑफ़ द सीरीज़ बने अश्विन अपनी कामयाबी के पीछे विराट को एक प्रेरणा की तरह देखते हैं। वह कहते हैं, "विराट हमेशा कहते हैं कि आप जो करें दुनिया में बेहतरीन बनें। वह नंबर 3 या नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करें, वह दुनिया में बेहतरीन बनना चाहते हैं। मैं भी दुनिया में बेहतरीन बनना चाहता हूं।"

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सिर्फ चार-पांच महीनों के वक्त में टीम इंडिया में कई बदलाव साफ तौर पर देखने को मिल रहे हैं। खिलाड़ियों के तेवर पहले से ज्यादा आक्रामक हो गए हैं और वे दावा भी करने लगे हैं कि दुनिया में बेस्ट बनने की तमन्ना रखते हैं। बड़ी बात यह है कि मैदान के बाहर भी खिलाड़ी अपने कप्तान की जुबान में ही बात करते नजर आते हैं। टीम इंडिया का यही तालमेल अगर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दौरान भी बना रहा तो टीम कामयाबी के ऐतिहासिक सफर का गवाह बन सकती है।