
वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं...
खास बातें
- अभिनेता अनुपम खेर में भी मेजर को स्मानित किए जाने पर खुशी जताई है
- मेजर लीतुल गोगोई के खिलाफ जांच कमेटी भी गठित की गई थी
- गोगोई को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सम्मानित किया है
कश्मीर में श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए हुए मतदान के दौरान पोलिंग अधिकारियों और साथियों को पत्थरबाजों से बचाने के लिए पत्थरबाजों में से एक व्यक्ति को जीप से बांधने वाले सेना के मेजर को सम्मानित किए जाने का कई लोगों ने समर्थन किया है. समर्थकों में अभिनेता अनुपम खेर के साथ-साथ कई खिलाड़ी भी शामिल हैं. अब सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहने वाले क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी उनकी सराहना करते हुए उनको सलाम किया है और एक खास संदेश दिया है... हालांकि इस दौरान उनसे अनजाने में एक गलती भी हो गई...
यह भी पढ़ें
आज से कश्मीर में खुले स्कूल, 9वीं से 12वीं के छात्र ले सकते हैं क्लास में हिस्सा
राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से नहीं, जम्मू-कश्मीर राज्य के लिए लड़ाई जारी रखूंगा : गुलाम नबी आजाद
अली गोनी की बर्थडे पार्टी से पहले Jasmin Bhasin कर रहीं थीं मेकअप, तभी एक्टर फोन से करने लगे रिकॉर्डिंग...देखें Video
आमतौर पर सोशल मीडिया में मजाकिया ट्वीट करके लोगों का ध्यान खींचने वाले सहवाग ने इस बार गंभीरता दिखाते हुए उन लोगों को कड़ा संदेश दिया है, जो जवान की इस पहल की आलोचना कर रहे थे. हालांकि उन्होंने मेजर का नाम गलत लिखा दिया. वास्तव में उनका नाम लीतुल गोगोई है, जबकि सहवाग ने नितिन गोगोई लिखा. फिर भी उनकी मंशा जवान का सम्मान करने की है और उनके संदेश में यह साफ देखा जा सकता है...
सहवाग ने लिखा, 'मेजर नितिन गोगोई आपको कमेंडेशन मेडल मिलने की बधाई. आपने हमारे सैनिकों और ड्यूटी कर रहे अन्य अधिकारियों को सकुशल बाहर निकाल करके अद्भुत साहस का प्रदर्शन किया है.'
Congratulations Major Nitin Gogoi for the medal of commendation. Great effort in safely rescuing our soldiers & many other wonderful duties
— Virender Sehwag (@virendersehwag) May 22, 2017
गौरतलब है कि आतंकवाद विरोधी अभियान में निरंतर प्रयास करने के लिए मेजर गोगोई को पुरस्कृत किया गया है. मेजर लीतुल गोगोई की श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए नौ अप्रैल को हुए उपचुनाव में सेना के एक वाहन में एक व्यक्ति को बांधे हुए दिखाये जाने वाले वीडियो के वायरल होने पर सार्वजनिक आलोचना शुरू हो गई थी, जिसके बाद सेना ने एक जांच गठित की थी. इसके बचाव में सेना की ओर से कहा गया कि अगर उस व्यक्ति को ढाल की तरह नहीं खड़ा किया जाता तो सैकड़ों लोगों की भीड़ पोलिंग अधिकारियों और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर हमला कर देती.
सहवाग के ट्वीट के बाद उनके फैन्स ने भी मेजर के समर्थन में कई ट्वीट किए....
@virendersehwag ये मेडल भी उन पथ्थरबाजो और उनके समर्थकों पर एक सर्जिकल स्ट्राइक है ।। जयहिंद।।
—