वर्ल्डकप टीम से दरकिनार किए गए वीरू के शॉट ने तोड़ी खिड़की, गंभीर ने भी दिखाया दमखम

वीरेंद्र सहवाग की फाइल तस्वीर

नई दिल्ली:

उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर समाप्त माना जा रहा है, लेकिन विश्वकप के संभावित खिलाड़ियों की सूची में नहीं चुने जाने के एक दिन बाद वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिए यह खेल आम दिनों की तरह ही था।

उन्होंने दिल्ली की रणजी टीम के साथ नेट्स पर अभ्यास किए और उनके चेहरे पर किसी तरह की शिकन नहीं थी।

यह अलग बात है कि कभी भारतीय क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी रोशनआरा क्लब मैदान पर अन्य खिलाड़ियों के बीच 'अलग ग्रह के प्राणी' जैसे लग रहे थे, लेकिन सिर्फ पोशाक के कारण। दिल्ली की टीम के अन्य खिलाड़ी जहां सफेद पोशाक में थे, वहीं ये दोनों रंगीन पोशाक पहनकर आए थे और यह अंतर हर तरफ से दिख रहा था।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे चैंपियन हैं और कोई इससे इनकार भी नहीं कर सकता कि जब एक खिलाड़ी को नजरअंदाज किया जाता है, तो उसके अहं को ठेस पहुंचती है। गंभीर ने इस अवसर पर मौजूद चंद पत्रकारों से बात की, लेकिन इससे पहले उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह विश्वकप को लेकर बात नहीं करेंगे और केवल दिल्ली रणजी ट्रॉफी की तैयारियों को लेकर बात होगी।

गंभीर अपने घरेलू मैच रोशनआरा की तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल पिच पर खेलना चाहते हैं और यह तथ्य किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने इसका फिर से वही कारण बताया, जो हम पहले भी सुन चुके हैं। सहवाग ने भी ज्यादा देर तक इंतजार नहीं किया। उन्होंने भी हमेशा की तरह नेट्स पर अभ्यास किया और फिर सबसे पहले मैदान से बाहर भी चले गए।

नेट्स पर सहवाग प्रत्येक गेंद को हिट करने के मूड में दिखे, लेकिन अधिकतर शॉट उनके बल्ले पर सही तरह से नहीं आए। उनके एक लोफ्टेड शॉट ने हालांकि निजी क्लब के पुस्तकालय की खिड़की का शीशा तोड़ दिया। इस बीच सुमित नरवाल और युवा नवदीप सैनी ने सीम मूवमेंट से सहवाग को परेशान भी किया। बल्लेबाजी के बाद सहवाग ने स्लिप में कैचिंग का अभ्यास भी किया। कप्तान के अनुसार सहवाग मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे।


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