पुणे का विकेट चुनौतीपूर्ण, बल्‍लेबाजों को आक्रामक होने के साथ सतर्कता भी बरतने की जरूरत : अनिल कुंबले

पुणे का विकेट चुनौतीपूर्ण, बल्‍लेबाजों को आक्रामक होने के साथ सतर्कता भी बरतने की जरूरत : अनिल कुंबले

अनिल कुंबले ने माना पुणे टेस्‍ट का दूसरा दिन भारत के लिए खराब साबित हुआ (फाइल फोटो)

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पुणे टेस्‍ट के दूसरे दिन टीम इंडिया के बल्‍लेबाजों का प्रदर्शन मुख्‍य कोच अनिल कुंबले के लिए हैरान करने वाला रहा. पहली पारी में टीम इंडिया के लगभग सभी बल्‍लेबाजों ने विकेट पर टिकने की इच्‍छाशक्ति नहीं जताई और खराब शॉट खेलते हुए विकेट गंवाए. ऐसे में ऑस्‍ट्रेलियाई टीम मैच में मजबूत स्थिति में नजर आ रही है.बल्‍लेबाजों के इस प्रदर्शन पर कुंबले निराश तो थे लेकिन उन्‍होंने टीम का बचाव भी किया. इस दिग्गज लेग स्पिनर ने कहा कि 19 टेस्ट मैचों तक अजेय रहने वाली किसी भी टीम के लिए सफल दौर के दौरान एक बुरा दिन हो सकता है. दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद उन्‍होंने  कहा, ‘जैसा आपने कहा, आपके लिए एक दिन बुरा हो सकता है. यह निराशाजनक है. जब केएल राहुल और अजिंक्य रहाणे खेल रहे थे तब हम अच्छी स्थिति में थे,  लेकिन एक बार राहुल के आउट होने के बाद हमने पांच या छह गेंद के अंदर चार विकेट गंवा दिए. इससे निश्चित तौर पर हम बैकफुट पर चले गए. कुछ विकेट हमने आसानी से गंवाए.’ बाएं हाथ के स्पिनर ओकीफी ने 35 रन देकर छह विकेट लिए. उन्होंने अपने एक स्पैल में 24 गेंद के अंदर पांच रन देकर छह विकेट हासिल किए. भारत ने आखिरी सात विकेट 11 रन के अंदर गंवाए.

कुंबले ने कहा, ‘यह पिच वास्तव में चुनौतीपूर्ण है और इसलिए हमें बहुत अधिक संयम बरतने की जरूरत थी. अगर आप धैर्य से काम लेते तो रन बना सकते थे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल के आउट के बाद हम उस कुछ समय के लिये अपनी पकड़ ही खो बैठे.’पुणे की पिच को कुंबले ने भी इसे चुनौतीपूर्ण करार दिया. उन्होंने कहा, ‘यह चुनौतीपूर्ण पिच है जिसमें आपको अपना पूरा कौशल दिखाने, आक्रामक होने और साथ ही सतर्कता बरतने की जरूरत है. आपको इन सभी का मिश्रण करके खेलने की जरूरत है और आज का दिन हमारा नहीं रहा. हमें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को श्रेय देना होगा. अब हमें यह तय करना है कि कैसे वापसी की जा सकती है और बाकी बचे छह विकेट कैसे हासिल किये जा सकते हैं.’

दार्शनिक अंदाज में उन्होंने कहा, ‘हमें कभी न कभी नाकाम होना था. कुछ बल्लेबाजों को असफलता देखनी थी जो कि लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे. विराट कोहली जल्दी आउट हो गए. पुजारा भी कम स्कोर पर आउट हुए और मुरली विजय भी. ’ कुंबले ने कहा, ‘एक बार जब राहुल और अंजिक्य ने 50 रन की साझेदारी की तब हम अपनी स्थिति अच्छी कर सकते थे और ऑस्ट्रेलियाई स्कोर के करीब पहुंच सकते थे और यहां तक कि बढ़त भी हासिल कर सकते थे. लेकिन एक बार जब हमने विकेट गंवाये और यह सिलसिला नहीं थमा. निचले क्रम के बल्लेबाजों ने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन यह एक बुरा दिन था. मेरा अब भी मानना है कि इस टेस्ट मैच में अभी काफी क्रिकेट खेली जानी बाकी है. कल नया दिन होगा.’ उन्होंने कहा, ‘आपको इस तरह के विकेट पर अपने शाट खेलने की जरूरत होती है. आप वास्तव में बल्लेबाज (राहुल) को दोष नहीं दे सकते हो.’राहुल ने लंबा शॉट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया जिसके बाद भारतीय पारी का पतन शुरू हुआ.


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