विराट कोहली जुलाई माह से अब तक चार दोहरे शतक बना चुके हैं (फाइल फोटो)
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में यदि किसी खिलाड़ी पर सबसे अधिक निगाहें हैं तो वह हैं विराट कोहली. टीम इंडिया का यह 28 वर्षीय कप्तान इस समय करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम उन्हें ही अपने सामने सबसे बड़ी चुनौती मान रही है. विराट के बल्ले से लगातार रन निकल रहे हैं. घरेलू सीजन में विराट ने कई बड़ी पारियां खेली हैं. न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ दिल्ली के इस बल्लेबाज ने न केवल दोहरे शतक बनाए बल्कि कप्तान के तौर पर भी टीम इंडिया को प्रेरणादायी नेतृत्व प्रदान किया. ऐसे में स्टीव स्मिथ के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम इस बात को अच्छी तरह जानती है कि भारत दौरे पर यदि उसे अच्छा प्रदर्शन करना है तो विराट को जल्द आउट करने के लिए केवल प्रभावशाली रणनीति तैयार करनी होगी.
पुणे टेस्ट के ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के पांच खिलाड़ियो ने इस बारे में अपनी राय जताई कि आखिरकार कौन सी बात विराट को महान बल्लेबाज बनाती है. जोश हेजलवुड, पीटर हैंड्सकोंब, मिचले स्वेपसन, स्टीव ओ'कीफी और मैथ्यू रेनशॉ के विचारों का यह वीडियो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से ट्विटर पर अपलोड किया है.
कोहली इस समय इतने शानदार फॉर्म में है कि उन्होंने पिछले साल जुलाई से चार दोहरे शतक बना डाले हैं. कोहली की तुलना इस समय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के ही सर डॉन ब्रेडमैन से की जाने लगी है. ब्रेडमैन का टेस्ट औसत 99.94 का है. ऑस्ट्रेलियाई टीम आमतौर पर विपक्षी टीम के प्रमुख बल्लेबाज पर दबाव बनाने के लिए छींटाकशी (स्लेजिंग) की रणनीति अपनाती है, लेकिन कोहली का खौफ इस कदर है कि वह कोहली के खिलाफ इस पर काम करने से भी हिचक रही है. ऑस्ट्रेलिया टीम के प्रमुख बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का मानना है कि कोहली के खिलाफ स्लेजिंग की योजना उलटी पड़ सकती है और टीम इंडिया के कप्तान इससे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए प्रेरित होते हैं. दरअसल सचिन तेंदुलकर की तरह कोहली की भी यही खासियत है कि अपने खिलाफ किसी भी तरह की छींटाकशी उन्हें और बेहतर प्रदर्शन करने को जोश भरती है और ऑस्ट्रेलियाई टीम निश्चित ही यह नहीं चाहेगी.