दो क्रिकेट मैच ऐसे भी, जिनमें 'मैन ऑफ द मैच' एक या दो को नहीं बल्कि सभी 11 खिलाड़ियों को मिला

दो क्रिकेट मैच ऐसे भी, जिनमें 'मैन ऑफ द मैच' एक या दो को नहीं बल्कि सभी 11 खिलाड़ियों को मिला

हैन्सी क्रोनिए की कप्तानी में ही यह उपलब्धि हासिल हुई थी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • दक्षिण अफ्रीका और विंडीज के बीच यह सीरीज 1999 में खेली गई थी
  • उस समय अफ्रीकी टीम की कप्तानी हैन्सी क्रोनिए कर रहे थे
  • सीरीज में प्रोटियाज ने विंडीज को 5-0 से क्लीन स्वीप किया था
नई दिल्ली:

हाल ही में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया है. इस दौरान विराट कोहली, आर अश्विन और अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. खासतौर से इंदौर टेस्ट तो ऐतिहासिक रहा. वैसे तो क्रिकेट इतिहास अनूठे रिकॉर्डों से भरा पड़ा है, फिर चाहे वह बल्लेबाज हों, या गेंदबाज, सभी ने अपने-अपने हुनर से कीर्तिमान रचे हैं और आज भी रच रहे हैं. यह अलग बात है कि हमें कई रिकॉर्ड याद रहते हैं, तो कुछ को हम भूल भी जाते हैं, जबकि वह अपने आप में काफी रोमांचक होते हैं और उनके बारे में जानकर हमें आश्चर्य भी होता है. हम आपको एक ऐसे ही रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने आप में बिरला और अद्भुत है... जानकारी के अनुसार अभी तक ऐसा दो बार हुआ है- एक बार वनडे में तो दूसरी बार टेस्ट क्रिकेट में...

सबसे पहले 3 अप्रैल, 1996 में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच हुए वनडे मैच में न्यूजीलैंड के सभी खिलाड़ियों को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया था. इस मैच में निर्णायक बासिल बुचर ने कीवी टीम के सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन को अहम करार देते हुए पूरी टीम को इस खिताब के योग्य घोषित कर दिया था.

अब बात टेस्ट मैच की. ऐसा वेस्टइंडीज के 1999 के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हुआ था. इस दौरे में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी. इस सीरीज में प्रोटियाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को 5-0 से हराया था. पूरी सीरीज में ऑलराउंडर जैक कलिस ने धूम मचाए रखी, लेकिन हम जिस मैच की बात कर रहे हैं, वह सीरीज का अंतिम और पांचवां टेस्ट था. इस मैच में सबसे आश्चयर्जनक बात दक्षिण अफ्रीकी टीम के सभी खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच का खिताब मिलना रहा, क्योंकि सर्वविदित रूप से मैन ऑफ द मैच एक ही खिलाड़ी को दिया जाता है. बहुत हुआ दो खिलाड़ियों को संयुक्त रूप से भी यह अवॉर्ड दे दिया जाता है.

इसलिए सबको मिला मैन ऑफ द मैच
दरअसल बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों पर नजर डाली जाए, तो विजेता दक्षिण अफ्रीकी टीम की ओर से अलग-अलग पारियों में अलग-अलग खिलाड़ियों ने योगदान दिया. इस मैच में पहली पारी में मार्क बाउचर ने शतक लगाया और कलिस ने 83 रन बनाए और एक विकेट लिया, तो दूसरी पारी में गैरी कर्स्टन ने 134 रन बनाए, तो जोंटी रोड्स ने तेज शतक लगाया, वहीं गेंदबाजी में पहली पारी में डोनाल्ड, तो दूसरी में एडम्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.

इस मैच के रेफरी श्रीलंका के रंजन मदुगले थे और प्लेयर ऑफ द मैच  का निर्णय डेनिस लिंडसे ने लिया था और उनके हिसाब से पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम इसकी हकदार थी. वास्तव में उनके सामने बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया था, क्योंकि सबका प्रदर्शन अपनी-अपनी जगह शानदार था. फिर क्या था, उन्होंने तय किया कि यह खिताब सभी खिलाड़ियों को दिया जाएगा. बाद में कप्तान हैन्सी क्रोनिए का भी यही मत था. हालांकि मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जैक कलिस को मिला था, जिन्होंने ने सीरीज में 485 रन बनाए थे. अंतिम मैच में उन्होंने शानदार खेल दिखाया था.

दक्षिण अफ्रीका की यह टीम रही 'प्लेयर्स' ऑफ द मैच : हैन्सी क्रोनिए (कप्तान), हर्शल गिब्स, गैरी कर्स्टन, जैक कलिस, पॉल एडम्स, डेरिल कलिनन, एलन डोनाल्ड, लांस क्लूजनर, शॉन पोलाक, जोंटी रोड्स और मार्क बाउचर.

हम आपको प्रोटियाज और विंडीज के बीच खेले गए टेस्ट मैच के बारे में बताने जा रहे हैं. जानिए इस मैच में ऐसा क्या हुआ कि सभी 11 खिलाड़ियों को मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (वैसे इसे 'मेन ऑफ द मैच' कहना ज्यादा उचित होगा) घोषित कर दिया गया...

बल्लेबाजी में पहली पारी में बाउचर-कलिस छाए
सेंचुरियन में 15 जनवरी, 1999 से खेले गए इस टेस्ट में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया. दक्षिण अफ्रीकी टीम की ओर से गैरी कर्स्टन और हर्शल गिब्स ने पारी की शुरुआत की, लेकिन दोनों ही ओपनर 5 रन को कुल स्कोर पैवेलियन लौट गए. ऐसे में सीरीज में पहली बार लग रहा था कि विंडीज टीम का पहले फील्डिंग का फैसला सही साबित होने जा रहा है. दक्षिण अफ्रीका की ओर से जैक कलिस ने मोर्चा संभाला, लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट गिर रहे थे. कलिस ने पूरी सीरीज में जबर्दस्त प्रदर्शन किया था. कप्तान हैन्सी क्रोनिए और जोंटी रोड्स ने कुछ साथ दिया, लेकिन दोनों क्रमशः 25 और 24 रन बनाने के बाद लौट गए. स्कोर था- 98/5. फिर आए विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर. बाउचर ने क्रोनिए का भरपूर साथ दिया, लेकिन इसी बीच कलिस 83 रन पर कार्ल हूपर का शिकार हो गए. बाउचर ने शतक लगाया. कलिस और बाउचर के दम पर प्रोटियाज ने 313 रन का स्कोर खड़ा किया. विंडीज टीम से कर्टनी वाल्श ने 80 रन देकर 6 विकेट झटके.

गेंदबाजी में पहली पारी में डोनाल्ड का तूफान
313 रनों के जवाब में विंडीज टीम ने तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड के आगे घुटने टेक दिए और पूरी टीम 144 रनों पर ही सिमट गई. डोनाल्ड के नाम 13 ओवर में 49 रन पर 5 विकेट दर्ज हुए, जबकि शान पोलाक और लांस क्लूजनर ने दो-दो विकेट झटके. कलिस को एक विकेट मिला. विंडीज टीम से केवल ब्रायन लारा ही फिफ्टी (68) बना पाए, वहीं शिवनारायण चंद्रपाल ने 38 रन की पारी खेली, जबकि शेष 9 बल्लेबाज दहाई अंकों तक भी नहीं पहुंच सके.
 

पूरी सीरीज में जैक कलिस ने 485 रन बनाए थे (फाइल फोटो)

दूसरी पारी में बल्लेबाजी में कर्स्टन-रोड्स-गिब्स-क्रोनिए का धमाल
दरअसल दक्षिण अफ्रीका की ओर से पहली पारी में जहां कलिस और बाउचर ने दमदार बल्लेबाजी की थी, वहीं दूसरी पारी में गैरी कर्स्टन ने शतक (134 रन, 15 चौके) जड़ दिया और हर्शल गिब्स ने फिफ्टी बना दी. इसके बाद जोंटी रोड्स ने 95 गेंदों में तूफानी शतक (103 रन, 8 चौके, 6 छक्के) जड़ दिया. जैक कलिस ने भी छोटी पारी खेली और 27 रन बनाए. इस प्रकार विंडीज के सामने 569 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा हो गया.

दूसरी पारी में गेंदबाजी : पॉल एडम्स, कलिस न समेटा
दूसरी पारी में गेंदबाजी में भी दक्षिण अफ्रीका की ओर से डोनाल्ड नहीं, बल्कि अन्य गेंदबाज छा गए. जहां डोनाल्ड ने पहली पारी में 5 विकेट चटकाए थे, वहीं दूसरी पारी में उन्हें मात्र एक विकेट मिला और इस बार चाइनामैन स्पिनर पॉल एडम्स ने अपना जादू दिखाया और 64 रन देकर वेस्टइंडीज के 4 विकेट झटक लिए, जबकि जैक कलिस को दो विकेट मिले. शॉन पोलाक, लांस क्लूजनर को एक-एक विकेट मिला. इस प्रकार वेस्टइंडीज टीम 217 रनों पर ही ऑलआउट हो गई और प्रोटियाज ने यह मैच 351 रन से जीत लिया.

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