टी-20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया की पाकिस्तान पर छह विकेट की धमाकेदार जीत के बाद यह सवाल एक फिर क्रिकेटप्रेमियों के दिमाग में आने लगा है कि 'क्या वर्ल्डकप में भारतीय टीम कभी अपने प्रबल प्रतिद्वंद्वी से कभी हारेगी ?' श्रीलंका टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा और भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की राय में पाकिस्तान के खाते में हमेशा हार इसलिए आती है कि दबाव में उसके खिलाड़ी खुद को संभाल नहीं पाते।
संगकारा ने कहा, 'बड़े टूर्नामेंट को भारतीय टीम हमेशा बेहद सुलझे अंदाज में खेलती है। वे अपने खिलाडि़यों पर भरोसा करते हैं उनके चयन को लेकर भी एक तरह की निरंतरता दिखाते हैं। खिलाडि़यों की क्षमता और उनके आत्मविश्वास के आधार पर वे उनका चयन करते हैं।' उन्होंने कहा कि दूसरी ओर पाकिस्तान के हालत इसके उलट होते हैं, वे बड़े टूर्नामेंट में बेतरतीब अंदाज में आते हैं। काफी विवाद और खिलाडि़यों के चयन के लेकर शक-शुबहा उनके साथ होते हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी टीमों को मुकाबला जब पूरे जोरों पर होता है तो पाकिस्तानी टीम बिखर जाती है जबकि भारतीय टीम दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती।
महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शनिवार के मैच के बारे में कहा, कि ऐसा लगता है कि दबाव में पाकिस्तानी टीम बिखर गई। उन्होंने कहा, भारत ने विपक्षी टीम के मुकाबले बढि़या क्रिकेट खेला। पाक ओपनर टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दे सके। यह सही है कि विकेट खेलने के लिहाज से आसान नहीं था लेकिन उन्होंने सिंगल भी नहीं लिए। यदि शोएब मलिक और उमर अकमल ने ठीकठाक रन नहीं बनाए होते तो उनका स्कोर सौ रन के पार भी नहीं पहुंच पाता। सनी ने कहा कि वर्ल्डकप के अहम मौकों पर टीम इंउिया हमेशा कुछ अतिरिक्त करती है, जबकि पाकिस्तान के साथ ऐसा नहीं है।