यह ख़बर 01 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

धोनी से इस्तीफा देने के लिए क्यों कहूं : एन. श्रीनिवासन

चेन्नई:

अपनी कंपनी इंडिया सीमेंट्स में महेंद्र सिंह धोनी की भूमिका पर बात करने से इनकार करते हुए बीसीसीआई के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने आज साफ किया कि हितों के टकराव को लेकर उठ रहे सवालों के बावजूद भारतीय कप्तान को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के भी अध्यक्ष श्रीनिवासन ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। इस मामले की सुनवाई फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। इससे पहले जस्टिस मुकुल मुद्गल की समिति ने इस संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी थी।

श्रीनिवासन ने यहां एक आईसीसी कार्यक्रम के इतर कहा, 'यह मामला अदालत में है। मैं इस बार बात नहीं कर सकता।' उन्होंने हालांकि इन सुझावों से इनकार किया कि आईपीएल प्रकरण से भारतीय क्रिकेट की छवि को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, 'मैं इससे सहमत नहीं हूं कि भारतीय क्रिकेट को इससे नुकसान पहुंचा है।'

वहीं धोनी से जुड़े सवाल पर तमिलनाडु के इस प्रशासक ने और कड़ा जवाब दिया। धोनी आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान होने के अलावा इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी भी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स इंडिया सीमेंट्स की ही टीम है।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने धोनी और श्रीनिवासन दोनों के हितों के टकराव के मुद्दों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। धोनी को इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा या नहीं, इस बारे में पूछने पर श्रीनिवासन ने कहा, 'मैं उसे इस्तीफा देने के लिए क्यों कहूं।'

इंडिया सीमेंट्स में धोनी की भूमिका के बारे में पूछने पर श्रीनिवासन ने एक बार फिर तीखा जवाब देते हुए कहा, 'मैं यह आपको क्यों बताउं।'

स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में श्रीनिवासन की भूमिका पर मुद्गल समिति की टिप्पणियों को लेकर श्रीनिवासन पर अपना पद छोड़ने को लेकर काफी दबाव है।

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निजी तौर पर श्रीनिवासन को क्लीन चिट देते हुए समिति ने टिप्पणी की थी कि बीसीसीआई प्रमुख ने लीग में हो रहे गलत कामों पर अपनी आंख बंद कर ली थी।