एमएस धोनी की दान की गई रकम पर ट्रोल करने वालों को साक्षी ने लगाई जोर की फटकार, लेकिन सवाल यह भी है कि...

लोगों के गुस्से की वजह यह थी कि उन्हें यह हजम नहीं हुआ कि सालाना करोड़ों रुपये कमाने वाले और करीब आठ सौ करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक सिर्फ एक लाख रुपये की रकम दान में कैसे कर सकते हैं.

एमएस धोनी की दान की गई रकम पर ट्रोल करने वालों को साक्षी ने लगाई जोर की फटकार, लेकिन सवाल यह भी है कि...

एमएस धोनी की फाइल फोटो

खास बातें

  • पहले लोगों का गुस्सा फिर साक्षी का लोगो पर गुस्सा..
  • पहले खबर के सच को जान लीजिए..
  • धोनी के इस दान के मायने अलग हैं!
नई दिल्ली:

शुक्रवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) सोशल मीडिया पर दान की गई  रकम के लिए ट्रोल हुए, तो बहुत ही शांत और गंभीर दिखने वाली पत्नी साक्षी का गुस्सा बुरी तरह से फूट पड़ा. और साक्षी (MS Dhoni)  ने उन मीडिया हाउसों को भी अपने निशाने पर लिया, जिन्होंने बिना क्रॉसचेक किए धोनी को आड़े हाथ लिया. दरअसल हुआ यह है कि खबर यह आयी कि धोनी ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए फंड में एक लाख रुपये की रकम दान में दी है. जैसे ही यह खबर आई, ठीक वैसे ही तेजी से देखते ही देखते वायरल हो गई और लोगों का गुस्सा पूरी तरह से करोड़ों-अरबों कमाने वाले एमएस धोनी पर टूटा पड़ा.

यह भी पढ़ें:  सचिन तेंदुलकर ने कोरोनावायरस से निपटने को किया आर्थिक मदद का ऐलान और अब...

लोगों के गुस्से की वजह यह थी कि उन्हें यह हजम नहीं हुआ कि सालाना करोड़ों रुपये कमाने वाले और करीब आठ सौ करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक सिर्फ एक लाख रुपये की रकम दान में कैसे कर सकते हैं.  लेकिन देखते ही देखते धोनी ऐसे लोगों के गुस्से के कोपभाजन का शिकार हो गए. और जब खबर पत्नी साक्षी तक पहुंची, तो वह ट्रोल करने वाले और मीडिया पर जमकर बरसीं. 


यह भी पढ़ें:   अगर हार्दिक पंड्या ऐसे समय 1 करोड़ रुपये की घड़ी पहनेंगे, तो ये सवाल तो उठेंगे ही, प्रशंसक दे रहे नसीहत

दरअसल सच्चाई यह थी कि पुणे स्थित एनजीओ ने लोगों की मदद के लिए 12.30 लाख रुपये इकट्ठे करने का लक्ष्य बनाया था. और इसमें एक लाख रुपये कम पड़ रहे थे. ऐसे में धोनी ने क्राउडफंडिंग वेबसाइट केटो के जरिए पुणे स्थित मुकुल माधव फाउंडेशन को लक्ष्य में सहयोग के लिए एक लाख रुपये दिए. यह फाउंडेशन लॉकआउड में अगले 14 दिनों के दौरान करीब सौ मजदूर परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था करेगा. धोनी द्वारा दी गई मदद का इस्तेमाल प्रभावित मजदूरों को दी जाने वाले किट के लिए होगा. इस किट में बुनियादी जरूरत की चीजें मसलन साबुन, चावल, आटा, तेल, दाल, बिस्कुट, चीन, मसाले आदि होंगे.  बहरहाल, यह खबर इस रूप में आई कि लोगों  ने समझा कि माही ने कुल मिलाकर अपनी तरफ से सिर्फ एक लाख रुपये ही दान में दिए हैं, लेकिन आप अंतर को समझिए. दरअसल अपनी रकम पीएम फंड में दान देना और किसी एनजीओ का लक्ष्य पूरा करना दो अलग-अलग बाते हैं. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: पिंक बॉल बनने की पूरी कहानी, स्पेशल स्टोरी.
बहरहाल, पत्नी साक्षी तो माही के बचाव में आ गई हैं, लेकिन इस संकट के समय जहां सचिन तेंदुलकर ने भी पचास लाख रुपये देने की घोषणा कर दी है, तो वहीं धोनी की तरफ से उनके अपने खुद के दान का ऐलान होना बाकी है. तमाम देशवासी चर्चा कर रहे हैं. मान लेते हैं कि इस खबर को लेकर धोनी को गलत ढंग से ट्रोल किया गया, लेकिन यह भी तो सही है कि उनकी तरफ से अभी कोई ऐलान नहीं ही हुआ है.