वर्ल्ड कप सेमीफाइनल : स्मिथ का शतक भारत की राह में दीवार बन जाएगा?

नई दिल्ली : सिडनी में भारत के खिलाफ़ सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में स्टीव स्मिथ जब बल्लेबाज़ी करने उतरे, तब ऑस्ट्रेलिया के जोरदार बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर सस्ते में आउट हो गए थे। महज 15 रन पर वॉर्नर पैवेलियन लौट चुके थे। भारत के उमेश यादव, मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा की तिकड़ी की चुनौती सामने थी।

महज 25 साल के स्टीव स्मिथ ने इस पूरे सीजन में दिखाया है कि आने वाले दिनों में क्रिकेट की दुनिया के सुपरस्टार वही हैं। सेमीफ़ाइनल में उन्होंने एक बेहतरीन शतक बना दिया। महज 89 गेंद पर स्मिथ ने शतक ठोक दिया।

11 चौके और 2 छक्के की मदद से स्मिथ जब 105 रन बनाकर आउट हुए, तब तक वे एरॉन फिंच के साथ 182 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को मज़बूत स्थिति में पहुंचा चुके थे। उनके आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के विकेट जल्दी-जल्दी जरूर गिरे, लेकिन रन भी तेजी से बनते रहे, तो इसकी वजह स्मिथ ही थे, जिन्होंने भारतीय गेंदबाज़ों के दबाव को बेअसर कर दिया था।

स्मिथ ने वर्ल्ड कप के दौरान भारत के खिलाफ दूसरा सबसे तेज़ शतक बनाया। उनसे पहले 2011 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में श्रीलंका के महेला जयर्वधने ने 84 गेंदों पर भारत के खिलाफ शतक बनाया था। इतना ही नहीं वे ऑस्ट्रेलिया की ओर से वर्ल्ड कप सेमीफ़ाइनल में शतक बनाने वाले पहले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं।

दरअसल स्टीव स्मिथ ने अपनी बल्लेबाज़ी से इस पूरे दौरे में टीम इंडिया को ख़ूब परेशान किया। चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ में स्मिथ ने चार शतक ठोके। एडिलेड की पहली पारी में नॉट आउट 162 और दूसरी पारी में भी आउट हुए बिना 52 रन बनाने वाले स्मिथ ने ब्रिसबेन में 133 रन ठोके। इसके बाद मेलबर्न टेस्ट में स्मिथ ने 192 रन बनाए, जबकि सिडनी के आखिरी टेस्ट की दोनों पारियों में 117 और 71 रन बनाए थे।

स्मिथ पूरे टेस्ट सीरीज़ के दौरान भारतीय गेंदबाज़ों के लिए मुसीबत का सबब बने रहे। सेमीफ़ाइनल में एक बार फिर उन्होंने भारत के गेंदबाज़ों को मुश्किल में डाल दिया, लेकिन अहम सवाल यही है कि क्या उनका शतक भारत के फ़ाइनल में पहुंचने की राह में दीवार बन जाएगा?


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com