यह ख़बर 04 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

युवराज सिंह टेस्ट टीम में करीब एक साल बाद वापसी को तैयार

खास बातें

  • संदीप पाटिल की अगुवाई में नया चयन पैनल इंग्लैंड के खिलाफ 15 से19 नवंबर तक अहमदाबाद में होने वाले शृंखला के शुरुआती टेस्ट के लिए सोमवार को टीम चुनेगा, जिसमें पूरी उम्मीद है कि युवराज सिंह भारतीय टेस्ट टीम में अपना स्थान दोबारा हासिल कर लेंगे।
मुंबई:

संदीप पाटिल की अगुवाई में नया चयन पैनल इंग्लैंड के खिलाफ 15 से 19 नवंबर तक अहमदाबाद में चलने वाले शृंखला के शुरुआती टेस्ट के लिए सोमवार को टीम चुनेगा, जिसमें पूरी उम्मीद है कि युवराज सिंह भारतीय टेस्ट टीम में अपना स्थान दोबारा हासिल कर लेंगे।

हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि कैंसर के उपचार के बाद बायें हाथ का यह बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट की मुश्किलों को देखते हुए अपनी फिटनेस का खुद आकलन कर सकता है। ऐसा असंभव ही लगता है कि चयनकर्ता उन्हें टीम से बाहर रखेंगे।

युवराज ने उस भारतीय टीम में वापसी की थी, जो श्रीलंका में ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में फ्लॉप रही थी। इसके बाद उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैदराबाद में खेले गए दलीप ट्रॉफी के मध्य क्षेत्र के खिलाफ मुकाबले में उत्तर क्षेत्र के लिए दोहरा शतक जमाया था।

मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में मेहमान इंग्लैंड टीम के खिलाफ शुरुआती तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में भारत ए टीम के लिए चुने जाने के बाद युवराज ने सात चौके और चार छक्के जमाकर 59 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले।

युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था।

युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।

रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे।

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टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे।