इटानगर: अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले के एक कस्बे में भीड़ ने एक नाबालिग के बलात्कार और उसकी हत्या के दो आरोपियों को थाने से बाहर निकाला और सड़क पर उनकी इतनी पिटाई की कि उन दोनों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि दोनों को जिले के नामगो गांव में पांच साल की बच्ची के कथित बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था.
भीड़ ने कल तेजू थाने में पुलिसकर्मियों को हटाकर असम के रहने वाले दोनों आरोपियों संजय सोबर और जगदीश लोहार को हवालात से बाहर निकाला. पुलिस ने कहा कि इसके बाद भीड़ ने उनके कपड़े फाड़ दिये और उन्हें खींचकर सड़क पर ले आए और उनकी इतनी पिटाई की कि दोनों की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस घटना की पुलिस जांच और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं. बारह फरवरी से लापता बच्ची का शव रविवार को गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक चाय बागान के पास से मिला था.
पुलिस का दावा है कि दोनों आरोपियों ने गुनाह कबूल लिया था. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में आज यहां कहा गया कि तेजू थाने के प्रभारी और एक महिला उपनिरीक्षक सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और इस मामले से निपटने में ‘अक्षमता’ के लिए पुलिस अधीक्षक का स्थानान्तरण किया गया है.
लोहित जिले के उपायुक्त ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है जिससे तेजू क्षेत्र में तीन से अधिक लोगों के आवागमन और जमावडे पर प्रतिबंध है. घटना पर हैरानी जताते हुए मुख्यमंत्री ने डीआईजी पूर्वी रेंज अपूर बिपिन द्वरा पुलिस जांच के आदेश दिये हैं और कहा है कि सात दिन में रिपोर्ट सौंपी जाए. खांडू ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिये हैं.
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