
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन.. (फाइल फोटो)
खास बातें
- 'आप'-कांग्रेस गठबंधन की खबरों को अजय माकन ने नकारा
- माकन बोले-पिछले दो उपचुनावों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है
- बीजेपी कांग्रेस-आप दोनों को ही निशाने पर ले रही है
दिल्ली के गर्म मौसम के बीच दिल्ली की सियासत भी गरमा गई है. मामला राजधानी की 2 बड़ी पार्टियों के गठबंधन से जुड़ा है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की खबर ने नई सियासी हलचल पैदा कर दी है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के ट्वीट से शुरू हुई इस खबर पर खुद आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप पांडेय के ट्वीट ने मुहर लगा दी.
.@ajaymaken जी! कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता 'आम आदमी पार्टी' के संपर्क में हैं, और वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ/सहयोग चाहते हैं, और दिल्ली में हमसे वे एक सीट मांग रहें हैं. https://t.co/q8v6Xyujr1
— Dilip K. Pandey (@dilipkpandey) June 1, 2018
सबसे पहले माकन ने गठबंधन की खबरों को नकारा तो दिलीप पांडेय ने शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की बात को स्वीकार लिया. राजनीति का पारा चढ़ा तो माकन को मीडिया के सामने आना पड़ा. अजय माकन का कहना है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का कोई सवाल नहीं उठता, क्योंकि दिल्ली में हुए पिछले दो उपचुनावों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है और शीर्ष नेतृत्व बिना उनसे चर्चा किए किसी से कोई बातचीत नहीं करेगा.
अब है 2018-
— Ajay Maken (@ajaymaken) June 2, 2018
जो लोग अभी भी 2014-15 पर अटके हुए हैं-देखें कि कांग्रेस के प्रति, जनता का प्यार एवं विश्वास लगातार बढ़ रहा है! pic.twitter.com/PmvZxdNrCq
प्रदेश कांग्रेस गठबंधन के मुद्दे पर तीखे तेवर दिखा रही है, तो वहीं शीर्ष नेतृत्व कुछ भी बोलने से बच रहा है. आप के खेमे में भी दिलीप पांडेय के ट्वीट के बाद से सन्नाटा पसरा है, लेकिन बीजेपी इस नए सियासी समीकरण को लेकर हमला करने को तैयार है और कांग्रेस-आप दोनों को ही निशाने पर ले रही है. बीजेपी के विजेंदर गुप्ता ने मीडिया के सामने दावा किया कि आम आदमी पार्टी पहले से ही कांग्रेस की 'बी' टीम रही है.
VIDEO : AAP-कांग्रेस गठबंधन की अटकलों को अजय माकन ने नकारा
अजय माकन दिल्ली की सियासत के पुराने खिलाड़ी हैं और 2019 के लिए कांग्रेस की तैयार रणनीति के पत्ते अभी से नहीं खोलना चाहते. हालांकि मामला बिगड़ता देख 'आप' ने भी इस मामले में चुप्पी साधना ही बेहतर समझा है.