
सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर सवार तीन लोग दिखाई दे रहे हैं, इस घटना में ये संदिग्ध बताए जा रहे हैं
खास बातें
- वारदात के छह दिन बाद भी पुलिस के पास कातिलों का सुराग नहीं
- असावती स्टेशन और आसपास किसी को भी घटना की जानकारी नहीं
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई नेता जुनैद के घर पहुंचे
बल्लभगढ़ में एक लोकल ट्रेन में चार भाइयों की पिटाई और एक भाई की हत्या के मामले में कुछ संदिग्धों का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. हालांकि वारदात के छह दिन बाद भी पुलिस के पास कातिलों का सुराग नहीं है. हमले के शिकार चार युवकों में से एक हाशिम ने फुटेज देखने के बाद कहा है कि यह वही हमलावर हो सकते हैं.
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पिछले सप्ताह एक ट्रेन में गोमांस ले जाने का आरोप लगाए जाने के बाद भीड़ द्वारा चाकू घोंपकर मार दिए गए 16-वर्षीय जुनैद खान के परिजनों को मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों की सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए.
गुरुवार की शाम को जुनैद, उसके भाई हसीब और उसके दो चचेरे भाइयों शाकिर और मोहसिन पर चाकुओं से हमला किया गया था, और उसके बाद जुनैद को दिल्ली से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर असावती में चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया.
सीसीटीवी की तस्वीरों में कैद एक बाइक पर सवार तीन लड़के जुनैद की हत्या के संदिग्ध हो सकते हैं. बाइक पर जो सबसे पीछे बैठा है उसने नीले रंग की टी शर्ट पहन रखी है और कंधे पर एक काला बैग टांग रखा है. बीच वाले लड़के ने लाल शर्ट और बाइक चला रहे लड़के ने ब्राउन शर्ट पहनी रखी है. यह तस्वीरें असावती रेलवे स्टेशन से 600 मीटर दूर गांधी घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई हैं. इस गांव में सरपंच करण पहलवान ने 32 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं. पुलिस इन तस्वीरों के आधार पर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.
यह तस्वीरें हमने जुनैद के भाई हाशिम को दिखाईं, जो कि वारदात के वक्त जुनैद के साथ था. उसने बताया कि हुलिए और पहनावे से आरोपी वही लग रहे हैं लेकिन वह उन्हें सामने आने पर ही पहचान सकता है.
असावती स्टेशन पर कई लोकल ट्रेनें रुकती हैं. गुरुवार को यहीं जुनैद का शव बरामद हुआ था. यहां आरपीएफ या जीआरपी की कोई चौकी नहीं है. यानी यहां कोई पुलिस कर्मी नहीं होता. लेकिन जो लोग यहां मौजूद होते हैं उन्हें भी कुछ नहीं पता. स्टेशन मास्टर से लेकर स्टेशन के आसपास के सभी दुकानदार इस घटना से अनजान हैं.
पुलिस इस मामले में फिलहाल खामोश ही है. उसने आरोपियों का सुराग देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है. जुनैद की हत्या के मामले में अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि हमले में बच गए लोगों का कहना है कि कातिलाना भीड़ में कम से कम 20 लोग शामिल थे.
उधर जुनैद के घर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा कई नेता, सामाजिक संगठनों के लोग और आसपास के गांवों के लोग पहुंच रहे हैं.
बुधवार को अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें नागरिक गायों की हत्या करने और गोमांस खाने के आरोप में लोगों पर लगातार बढ़ते जा रहे हमलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे. सोमवार को ही कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जुनैद खान की हत्या को 'दर्दनाक और शर्मनाक' बताते हुए कहा था कि सरकार इस तरह के हमलों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.
रविवार को इस मामले में गिरफ्तार किए गए रमेश ने पुलिस को बताया कि मुस्लिम युवकों पर हमला करके वक्त वह शराब के नशे में था, और यात्रियों में से कुछ ने युवकों को 'गोमांस खाने वाला' बताकर उसे उकसाया था. उसे पुलिस ने नशे की हालत में उसी स्टेशन के पास पड़ा हुआ पाया था, जहां जुनैद को ट्रेन से नीचे फेंका गया था.
हालांकि इस हिंसक वारदात के वक्त दिल्ली से मथुरा जा रही ट्रेन खचाखच भरी हुई थी, परंतु पुलिस अब तक किसी भी गवाह को तलाश नहीं कर पाई है.
जुनैद सहित जिन युवकों पर हमला किया गया, वे ईद की खरीदारी करने के बाद दिल्ली से अपने घर बल्लभगढ़ लौट रहे थे. कुछ लोगों ने उन पर बैग में गोमांस ले जाने का आरोप लगाया, हसीब ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा है कि उन लोगों पर धार्मिक छींटाकशी की गई, उसकी टोपी उतार दी गई, और उसकी दाढ़ी भी खींची गई.